राजधानी भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न हुई। रवींद्र भवन के सभागार में जिला व नगर निगम प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वार्डवार आरक्षण तय किया गया। नगर निगम की सीमा में कुल 85 वार्डों का नए सिरे से आरक्षण हुआ। इनमें से ओबीसी के लिए कुल 23 वार्ड आरक्षित किए गए। इन 23 वार्डों में से 12 वार्डों में सिर्फ ओबीसी महिलाएं चुनाव लड़ेंगी।
85 में से 25 वार्ड ऐसे हैं जिनमें कोई भी चुनाव लड़ सकता है। अनारक्षित वर्ग की महिलाओं के लिए 23 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। एससी वर्ग के लिए 12 वार्ड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें से आधे यानी 06 वार्ड में सिर्फ महिलाएं चुनाव लड़ सकेंगी। दो वार्ड एसटी के लिए आरक्षित हैं। आरक्षण की यह प्रक्रिया करीब दो घंटे चली। इस दौरान कई बार भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के बीच विवाद की स्थिति बनी। खासकर कांग्रेस के अनेक नेता इस आरक्षण प्रक्रिया से नाखुश नजर आए और उन्होंने सभागार में अपना विरोध जताते हुए नारेबाजी भी की।