भोपाल : कांग्रेस शुक्रवार 15 नवंबर को विजयपुर उपचुनाव में आदिवाली-दलित परिवारों पर हमले और बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने के विरोध में प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी ने आज भोपाल में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी पागल हाथी हो गया है, मद में मदमस्त है।’ इसी के साथ उन्होंने विजयपुर में 37 पोलिंग बूथों पर रिपोलिंग की माँग की है।
पटवारी ने सीएम डॉ मोहन यादव से माँग की कि चौबीस घंटे में बाबा साहब की मूर्ति पर हमला करने वालों को पकड़ा जाए। उन्होंने कहा कि अगर चौबीस घंटे में अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो इसका मतलब है कि सरकार की मिलीभगत से मूर्ति पर हमला हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में लोकतंत्र आखिरी सांसें ले रहा है। साथ ही उन्होंने विजयपुर और बुधनी में जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार चुनाव में आश्चर्यजनक परिणाम सामने आएंगे।
कांग्रेस करेगी प्रदेशव्यापी आंदोलन
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने विजयपुर और बुधनी उपचुनाव पर कहा कि 10 माह पहले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी वोट मिले थे लेकिन अब तक एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई।हमने उपचुनाव के दौरान चुनाव आयोग को लगभग 100 शिकायतें की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसका नतीजा हम सबने देखा कि कैसे बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति पर हमला हुआ, आदिवासी और दलितों पर अत्याचार किए गए। इसे लेकर कांग्रेस अब 15 नवंबर को प्रदेशव्यापी आंदोलन करने जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से माँग की कि चौबीस घंटे के अंदर इन अपराधियों को पकड़ा जाए। इसी के साथ उन्होंने 37 बूथों पर पुनर्मतदान की माँग भी की है। पटवारी ने आरोप लगाया कि सरकार की शह पर प्रशासन बीजेपी के पक्ष में काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि हम विजयपुर का चुनाव 50 हज़ार मतों से जीतने वाले थे लेकिन वहां इस तरह का माहौल बना दिया गया। उन्होंने विजयपुर में 25 हज़ार वोट और बुधनी में भी भारी जीत का दावा किया है।
जीतू पटवारी का सरकार पर निशाना
जीतू पटवारी ने विजयपुर चुनाव को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ‘श्योपुर कलेक्टर किशोर कन्याल विजयपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत के एजेंट की तरह कार्य करते रहे। कांग्रेस लगातार शिकायत करती रही, किंतु चुनाव आयोग ने भी संज्ञान नहीं लिया। जिसका नतीजा यह उपद्रव है। विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में उपद्रव और आतंक के अनुमान को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग को क़रीब 100 शिकायतें की, लेकीन चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के बजाए भाजपा सरकार के आगे घुटने टेक कर ये दयनीय मंजर देखता रहा। यहां कोई कार्रवाई नहीं की गई, और नतीजा आज सबके सामने है।’
उन्होंने कहा कि ‘विजयपुर में हुई अराजकता की षड्यंत्रकर्ता BJP है लेकिन उनके प्रदेश अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठी नौटंकी कर रहे थे। यह ‘सियासी-बेशर्मी’ शर्मनाक है और इन्हीं लोगों की पनाह से विजयपुर में रामनिवास रावत से जुड़े लोगों ने बाबा साहब आंबेडकर जी की प्रतिमा तोड़कर देश के प्रत्येक नागरिक का अपमान किया है। मध्य प्रदेश में लोकतंत्र अपनी आखिरी सांसें ले रहा है। विजयपुर उपचुनाव में मेरे आदिवासी भाई-बहनों पर गोलियां चलाई गईं, मेरे दलित परिवारों के खेत जला दिए गए और बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई। भाजपा के दो दशकों के कुशासन ने एक ऐसा मध्य प्रदेश बनाया है, जहां नफरत और हिंसा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। रामनिवास रावत के गुंडों ने संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर जी की प्रतिमा को तोड़ दिया।’
सीएम से की अपराधियों पर कार्रवाई की माँग
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘विजयपुर उपचुनाव प्रदेश के इतिहास में हिंसा से भरा एक काला अध्याय बन गया है। चुनाव के दौरान आदिवासियों पर हमले हुए, और इसके बाद दलित समुदाय को भीषण अत्याचार झेलना पड़ा। गोटा में दलितों के गांवों को निशाना बनाकर उनकी फसलें जला दी गईं और बाबा साहेब की पूजनीय मूर्ति को तोड़ दिया गया। भाजपा ने एक बार फिर मध्य प्रदेश को नफरत और हिंसा की आग में झोंक दिया, जिसका खामियाजा विजयपुर के मेरे दलित और आदिवासी भाई-बहनों को भुगतना पड़ा। चुनावी परिणामों को प्रभावित करने की यह साजिश प्रदेश के भविष्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी को इस हिंसा और अत्याचार की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा, हमारा संघर्ष थमने वाला नहीं है। अपराध और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई तुरंत होनी चाहिए।’