भोपाल : मध्य प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री गौतम टेटवाल का एक वीडियो इस वक्त जोरों शोरों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे एक कार्यक्रम के दौरान अजान की आवाज सुनते ही अपना भाषण बीच में रोक देते हैं। आपको बता दें, अजान खत्म होने के बाद मंत्री मंच से यह संदेश देते हैं, कि हमारी संस्कृति में सभी धर्म का सम्मान करना बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं वीडियो में मंत्री ‘ला इलाहा इलल्लाह मुहम्मदूर रसूलुल्लाह’ शब्दों का उच्चारण करते हुए इसका अर्थ भी समझाते हैं। इसके बाद उन्होंने यह भी बताया कि यदि हम मुस्लिम धर्म का सम्मान करते हैं, तो हमें गौ माता, गंगा और सनातन धर्म के सम्मान का भी पालन अवश्य करना चाहिए।
रविवार का है वीडियो
कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के राज्य मंत्री और सारंगपुर विधायक गौतम टेटवाल का यह जो वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, यह वीडियो रविवार का है और मंगलवार को सामने आया। मंत्री राजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत मऊ में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने लगभग 1 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और लोगों को संबोधित किया।
मंत्री ने कुछ इस तरह समझाया अर्थ
वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्री गौतम टेटवाल कुछ इस तरह अजान का अर्थ समझा रहे हैं वह कहते हैं ‘जो कहता है कि उससे डरो वह एक है, नेक काम करो। हमारी संस्कृति में सब का सम्मान है और यही हम भी कहते हैं।’ ‘सर्वे भवंतु सकिना:, सर्वे संतु निरामया:, इसका मतलब है कि सभी सुखी रहें, सभी निरोगी रहें। उन्होंने आगे कहा कि संपूर्ण पृथ्वी भगवान की है, वसुधैव कुटुंबकम् हमारी संस्कृति है।’ ‘यह बात वह भी कह रहे हैं, और हम भी कह रहे हैं। ‘ला इलाहा इलल्लाह मुहम्मदूर रसूलुल्लाह’, क्या गलत कह रहा हूं? अगर गलत कह रहा हूं तो देखो। सनातन संस्कृति ऐसी है जिसमें सभी धर्म और संस्कृतियों का समावेश होता है।’
कांग्रेस नेता चंद्र सिंह सोंधिया ने मंत्री टेटवाल के कदम को सराहा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्र सिंह सोंधिया ने मंत्री गौतम टेटवाल किया अजान के समय भाषण रोकने को सराहनीय कदम बताया, लेकिन इसके बाद उन्होंने भाजपा की नीतियों पर सवाल भी उठाएं। सोंधिया ने कहां की मंत्री टेटवाल ने जिस तरह अजान के समय अपना भाषण रोका, वह एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, क्योंकि संविधान हमें सभी धर्म का सम्मान करना सिखाता है।
हालांकि, उन्होंने भाजपा की कथनी और करने में अंतर को लेकर आलोचना भी की है, सोंधिया ने उदाहरण देते हुए यह बताया कि उसी दिन जब टेटवाल अजान के वक्त भाषण रोक रहे थे, उन्होंने गोधरा कांड पर बनी फिल्म साबरमती देखने के लिए भाजपा के 500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाला, जिससे उनका दूसरा रूप भी हाथों हाथ सामने आया। इस तरह सोंधिया ने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों में अक्सर अंतर होता है, कहते कुछ और करते कुछ है।