रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती की नई योजना अग्निपथ पथ को लेकर उठ रही आशंकाओं को बेवजह करार देते हुए शनिवार को कहा कि इस योजना की नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी और खामियों को समय-समय पर दूर किया जाएगा।
श्री सिंह ने आज एक टेलीविजन चैनल के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा की सरकार ने इस योजना को बहुत सोच समझ कर तैयार किया है और इसे लागू करने में जो भी चुनौतियां आने की संभावना थी उनका निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा, “जब कभी भी कोई नई योजना आती है तो उसे लेकर कुछ आशंकाएं लोगों के मन में रहती है। ‘अग्निपथ योजना’ में जो भी चैलेंज आने की संभावनाएं थी उनका भी निराकरण किया गया है।” उन्होंने कहा कि वह इन आशंकाओं को खारिज नहीं करना चाहते, लेकिन उनका मानना है कि यह आशंका होनी ही नहीं चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह इस योजना को रक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव वाला सुधार मानते हैं और इससे भर्ती प्रक्रिया में भी क्रांतिकारी बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि अग्नि वीरों की सेवा के चार वर्ष पूरे होने के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाकी बचे 75 प्रतिशत के भवष्यि को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन वह युवाओं को आश्वस्त करना चाहते हैं कि बाकी बचे 75 के 75 प्रतिशत भी यदि बाद में नौकरी करना चाहते हैं तो उनके लिए भी सरकार ने योजना बनाई है।