भोपाल: उमा भारती एमपी में शिवराज सिंह चौहान की टेंशन लगातार बढ़ा रही हैं। लंबे समय से एमपी में पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर वह दबाव बना रही हैं। बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखकर बीजेपी शासित राज्यों के लिए समान आबकारी नीति बनाने की अपील की है। नड्डा को इस बाबत शनिवार को लिखे पत्र में भारती ने मध्य प्रदेश की वर्तमान आबकारी नीति की आलोचना की है।
उन्होंने लिखा है कि तीन महीने निरंतर नीति निर्मातों से मेरी मुलाकातों के दौर चले और आज भी मुझे भरोसा है कि उन मुलाकातों का कोई परिणाम आएगा। भारती ने कहा कि मैं लगातार इस संबंध में सक्रिय हूं। अभी से लेकर अक्टूबर तक मैं अकेले ही शराब की दुकानों और अहातों के सामने खड़ी होऊंगी, फिर अक्टूबर में (दो अक्टूबर) गांधी जयंती पर भोपाल की सड़कों पर महिलाओं के साथ मार्च करूंगी।
उमा भारती ने कहा कि मेरी अपील है कि शराब का विरोध एक सामाजिक विषय है, राजनीतिक नहीं और यह मेरा व्यक्तिगत विषय भी नहीं है। इसलिए जो भी इसके समर्थन में हों वह अपने स्तर से ही प्रयास करें। भारती ने इस साल मार्च में भोपाल के आजाद नगर इलाके में एक शराब की दुकान पर पत्थर भी फेंके थे। वहीं, ओरछा जाकर एक शराब की दुकान के ऊपर उन्होंने गाय का गोबर फेंका था।
2023 में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
उमा भारती इन मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं। वह शराबबंदी की मांग को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साध रही हैं। कुछ महीने पहले इस मुद्दे पर शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी हुई थी। उस समय लगा था कि उनकी बात बन गई है। इसके बावजूद उमा भारती के तेवर नरम नहीं हुए हैं। वह लगातार अपनी अपनी सरकार 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले घेर रही हैं। वह पहले ही कह चुकी हैं कि अगले चुनाव में वह चुनावी मैदान में भी उतरेंगी।