नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ) ने दूध और दही सहित कई खाद्य वस्तुओं को वस्तु एवं सेवा कर के दायरे में लाए जाने को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा। सोमवार को इस फैसले की आलोचना करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि जनता को जब राहत देने का समय है तब उन्हें आहत किया जा रहा है। गांधी ने एक ट्वीट में कहा,आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू है।
वरुण गांधी ने कहा कि रिकार्ड तोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यम वर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा। उन्होंने कहा जब राहत देने का वक्त था, तब हम आहत कर रहे हैं।
जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई हैं। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं। इन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा। इसी तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा। इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गयी है।
वरुण गांधी बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर मुखरता से आवाज उठा रहे हैं।