भोपाल। मंत्रालय में पदस्थ महिला कर्मचारी रानी शर्मा की आत्महत्या का मामला गर्माता जा रहा है। 27 साल की रानी शर्मा द्वारा अपनी बिल्डिंग की पांचवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने के बाद कर्मचारी सकते हैं। म प्र इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कार्पोरेशन में वल्लभ भवन में पदस्थ मैनेजर रानी शर्मा की आत्महत्या में काम का बोझ और किसी अधिकारी द्वारा प्रताड़ित किये जाने जैसी बातें सामने आ रही है। कर्मचारी संगठन भी इस मामले में मुखर हो गए हैं उन्होंने मुक्ष्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
मप्र कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर रानी शर्मा आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच का निवेदन किया है। पत्र में कर्मचारी नेता ने लिखा कि रानी शर्मा प्रमुख सचिव उद्योग विभाग के अधीनस्थ एमपीआईडीसी में मैनेजर थी उन्होंने काम के बोझ के दबाव के कारण आत्महत्या कर ली।
प्रमुख सचिव उद्योग के निज सचिव के नाम का उल्लेख करते हुए कर्मचारी नेता अशोक पाण्डेय ने लिखा कि रानी शर्मा के पिता वेदराम शर्मा (एएसआई पुलिस, ग्वालियर) द्वारा आरोप लगाया गया है कि रानी शर्मा के ऊपर निज सचिव ने काम का अत्यधिक बोझ डाल दिया था उन्हें अवकाश भी नहीं दिया जा रहा था जिसके दबाव के चलते रानी शर्मा ने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया।
कर्मचारी नेता ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि प्रदेश में 3 लाख पद कर्मचारियों के खाली पड़े हैं जिन्हें भरे जाने के बाद कर्मचारियों पर काम का बोझ कम हो जायेगा। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है। उधर कांग्रेस ने भी इस मामले में जाँच की मांग की है।
कांग्रेस की मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी आप दावा करते है कि आप महिलाओं के भाई हैं तो अब साबित करके दिखाइए। रानी शर्मा आत्महत्या मामले में भले ही कोई आईएएस हो या अन्य कोई, बचना नही चाहिये।