भोपाल : मालती राय ने शनिवार को भोपाल के मेयर पद की शपथ ली। इसी साथ मध्य प्रदेश की राजधानी में एक तरह का राजनीतिक इतिहास भी बना गया। भोपाल में तीनों अहम पद यानी संसद सदस्य, विधायक और अब मेयर की पोस्ट महिलाओं के पास हैं। शहर के MP-MLA और मेयर की पोस्ट महिलाओं के पास हैं। तीनों ही महिलाएं बीजेपी से हैं।
कृष्णा गौर विधायक, प्रज्ञा ठाकुर सांसद, मालती राय बनीं मेयर
शहर को पहली महिला विधायक तब मिली जब भोपाल की पूर्व मेयर कृष्णा गौर दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में शहर के गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं। एक साल बाद, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भोपाल संसदीय सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह को भारी मतों के अंतर से शिकस्त दी। हालांकि, वह भोपाल से पहली महिला सांसद नहीं थीं, 1999 के लोकसभा चुनाव में उमा भारती ने भी भोपाल सीट जीती थी।
तीनों ही पदों पर बीजेपी का कब्जा
पिछले महीने नगर निगम चुनावों में, बीजेपी ने एक पूर्व कॉरपोरेटर, मालती राय को अपना मेयर कैंडिडेट के तौर पर मैदान में उतारा। उन्होंने भोपाल की पूर्व मेयर रहीं कांग्रेस उम्मीदवार विभा पटेल को भारी मतों के अंतर से हराया। इतिहास पर नजर डालें तो भोपाल में महिला शासकों का दबदबा रहा है।
भोपाल की तीनों अहम पोस्ट पर महिलाएं
चार महिलाओं- कुदसिया बेगम, सिकंदर बेगम, शाहजहां बेगम और सुल्तान जहां ने अतीत में इस शहर पर राज किया। उन्होंने शहर के विकास को लेकर कई अहम फैसले लिए थे। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि मौजूदा परिदृश्य में यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्ताधारी पार्टी की तीन महिला नेता शहर की अहम पोस्ट पर हैं। वो किस तरह शहर को विकास के पथ पर आगे ले जाती हैं ये देखना दिलचस्प होगा।