भोपाल। मध्यप्रदेश के धार ज़िले के कारम डैम क्षतिग्रस्त मामले में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाए है, कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि 15 दिन बीत चुके है लेकिन अभी तक किसी भी दोषी पर कोई कार्यवाही नही, शिवराज सरकार ने चार सदस्यीय जाँच समिति बनाकर पाँच दिन में इसकी जाँच कर, कार्यवाही करने का दावा किया था लेकिन 11 दिन हो चले है, जाँच रिपोर्ट कहाँ है, किसके पास है अभी तक उसका ही पता नहीं और अभी तक कोई कार्यवाही नहीं।
इस बांध को लेकर जिस तरह की बयानबाजियाँ हो रही है, उसी से समझा जा सकता है कि सरकार लीपा पोती में और दोषियों को बचाने में लग गयी है। बड़ा ही शर्मनाक है कि 304 करोड़ रुपये इस बांध के निर्माण के नाम पर बर्बाद कर दिये गये और अब ज़िम्मेदार दोषियों को बचाने के लिये इसे तालाब बताने में लग गये है। कांग्रेस इस भ्रष्टाचार पर चुप नहीं बैठेगी , जब तक दोषियों पर कार्यवाही नहीं हो जाती , हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
गौरतलब है, पिछले दिनों धार का कारम नदी पर बना बांध उस वक़्त पूरे देश में सुर्खियों में आ गया था, जब अचानक धार जिले की कारम नदी पर बने बांध में 11 अगस्त को पानी लीकेज होने लगा था। जिसके बाद सरकार ने धार और खरगोन जिले के 18 गांव को खाली कराए थे। विशेषज्ञों की मदद से सरकार ने बांध में समानांतर चैनल बनाकर पानी निकाल बांध खाली किया। उसके बावजूद भी बांध की मिट्टी की दीवार पानी से कटने से पानी निचले इलाके के गांव में घुस गया था। इससे ग्रामीणों के खेत की फसल को भी नुकसान पहुंचा था। इस घटना को लेकर राजनीति भी चरम पर आ गई थी, जिसके बाद कमलनाथ भी इस बांध का दौरा करने और प्रभावितों से मिलने यहाँ पहुंचे थे, ग्रामीण भी सरकार से आर्थिक मदद की मांग कर रहे है। वही अब सरकार की तरफ से गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। इसमें निर्माण एजेंसी पर बांध निर्माण में लापरवाही का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदार इंजीनियरों पर कार्रवाई हो सकती है। इससे पहले सरकार ने दोनों निर्माण करने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्टेट कर उनका रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड कर दिया है।