भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की। बिलाबोंग स्कूल मामले में अधिकारियों को निर्देश देने के फौरन बाद एक्शन देखने को मिल रहा है। एसआईटी की टीम (SIT) गठित कर दी गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बिलाबोंग स्कूल मामले में एसआईटी गठित की गई है। एसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। वहीँ एसआईटी टीम में सिर्फ महिला पुलिस अधिकारी शामिल होंगी। साथ ही दल के 4 सदस्य पूरे मामले की जांच करेंगे।
इससे पहले आज सुबह सीएम शिवराज ने स्कूल मामले समीक्षा बैठक की थी। बैठक में अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए सीएम शिवराज ने जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा था। वही स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की गई कार्रवाई पर भी सीएम शिवराज ने रिपोर्ट तलब की थी।
साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा था कि प्रदेश के स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे की स्थिति का निरीक्षण किया जाएगा और समय सीमा के अंदर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मामले में किसी भी जिम्मेदार को बक्शा नहीं जाएगा।
सीएम शिवराज ने निर्देश देते हुए कहा था स्कूल बस में सभी ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए और सभी स्कूलों को इस मामले में दिशानिर्देश जारी किए जाएं। किसी भी तरह की लापरवाही होने पर इसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए अब एसआईटी का गठन कर दिया गया। इधर इस मामले में एसआईटी लगातार स्कूलों में पूछताछ कर रही है।
वहीं पुलिस ने मुख्य आरोपी हनुमंत जाटव को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। जिसमें आरोपी ने कहा है कि वह बच्ची से दुलार करता था। उसने दुष्कर्म नहीं किया है। बुधवार को पुलिस द्वारा हनुमंत और उर्मिला को घटनास्थल पर ले जाकर घटना का रीक्रिएशन किया गया है।
जबकि इस मामले में पुलिस द्वारा उर्मिला साहू से पूछताछ की गई। उर्मिला साहू ने कहा कि आरोपी हनुमंत जाटव उसका दोस्त था, इस वजह से वह चुप रही। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से उसे 25 सितंबर तक जेल भेज दिया गया है।