भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार आईटीआई का दीक्षांत समारोह हुआ। यह कार्यक्रम भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में आयोजित हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशिक्षणार्थियों को डिग्री दी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम में दौरान कहा कि ये 21वीं सदी स्किल की सदी है, जिनकी हाथ में कुशलता है, वो ही आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या कमजोरी नहीं हमारी ताक़त बनकर उभरेगी। युवाओं के हाथ में अगर कौशल दिया जाए, तो युवा चमत्कार करेंगे। कौशल के लिए आईटीआई सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि दिशाहीन पढ़ाई का कोई मतलब नहीं है।
सीएम ने कहा कि स्किल के लिए आईटीआई भी जरूरी है। जिन हाथों में कौशल होगा वो बेरोजगार नहीं होगा। पहले तकनीकी विभाग को छोटा माना जाता था लेकिन हम 10 नए मॉडर्न आईटीआई बना रहे है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आप सब महत्वपूर्ण है और प्लेसमेंट से लेकर रोजगार का रास्ता है। आपका मामा हमेशा आप अबके साथ है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश के 19 आईटीआई को देश में टू स्टार मिले है। और उच्च ग्रेडिंग की लगातार प्रयास करते रहेंगे। प्रदेश के हर ब्लॉक में एक आईटीआई बनाएंगे जिससे बच्चों को ट्रेनिंग लेने बाहर ना जाना पड़े। हमारे चार प्रतिभगियों को सम्मानित किया गया। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मानते है कि रोजगार ज़रूरी है और इसलिए हर महीने हम रोजगार दिवस का आयोजन करते है। जिसके लिए हमने मुख्यमंत्री उद्दम क्रांति योजना बनाई जिसमें लोन की गारंटी मामा लेगा।
सीएम शिवराज ने कहा कि जल जीवन मिशन के गांव में पाइप लाइन बिछ रही है। कई बार काम करने के लिए स्किल्ड लोग नहीं मिलते है और आप लोग में कई लोग ये भी काम कर सकते हैं। हमने ग्रामीण इंजीनियर की कल्पना की है और आप सब भी इंजीनियर ही हो।
बता दें कि आईटीआई का मतलब औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है। आईटीआई करने के बाद में आप सरकारी और प्राइवेट नौकरी आसानी से पा सकते हैं। जानकारी के अनुसार इस कोर्स में अलग- अलग प्रकार के ट्रेड होते। आईटीआई के सरकारी, प्राइवेट कॉलेज मौजूद है और कई यूनिवर्सिटी भी इस प्रकार के कोर्स प्रोवाइड करती है।