भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूली छात्रों के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की है। दरअसल सरकारी स्कूल की शादी लगातार सरकारी स्कूल का नाम रोशन करे। वही 12वीं के बाद लक्ष्य की ओर अग्रसर है। सीएम शिवराज ने कहा है कि यदि 12वीं के बाद छात्रों को पढ़ाई में फीस की दिक्कत आती है तो इसका सारा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। सीएम शिवराज ने अपनी महत्वपूर्ण घोषणा में कहा है कि 12वीं में 70% अंक लाने वाले जिन छात्रों के माता-पिता की सालाना आय 6 लाख या उससे कम है, उसकी उच्च शिक्षा की फीस राज्य शासन द्वारा वहन की जाएगी।
अपनी महत्वपूर्ण घोषणा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेधावी छात्र योजना के तहत 70% अंक लाने वाले छात्रों की फीस राज्य शासन भरेगी। साथ ही NEET की परीक्षा के लिए करने के बाद अगर छात्र निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेते हैं तो इसकी विशेष राज्य शासन द्वारा चुकाई जाएगी। सीएम शिवराज ने मेघावी छात्रों को कहा है NEET-JEE और अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले मेधावी छात्र किसी बात की चिंता ना करें। उनके भविष्य की चिंता के लिए सरकार बैठी है।
दरअसल सीएम शिवराजप्रदेश के 91000 छात्रों को लैपटॉप के लिए राशि का वितरण कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा मेघावी छात्रों की पढ़ाई फीस की वजह से नहीं रुकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक तंगी के बीच मेघावी छात्रों के लिए सरकार उच्च शिक्षा हासिल करने की सीढ़ी बनेगी।
सीएम शिवराज सरकार के विद्यार्थियों के साधन व सुविधा की कमी को हम पूरा करेंगे। सीएम राइज स्कूल की स्थापना की गई है। छात्रों को करियर की दिशा निर्धारित करने के लिए करियर काउंसलिंग सेल की स्थापना की जा रही है। इससे छात्रों को बड़ी मदद मिलेगी। प्रत्येक भर्ती परीक्षा में सफलता के बाद फीस की चिंता मेघावी छात्र बिलकुल न करें। उसके लिए सरकार आपके साथ है।
सीएम शिवराज ने छात्रों को आश्वस्त किया है कि लैपटॉप के साथ राशि की व्यवस्था कभी बंद नहीं की जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश के 91000 से अधिक छात्रों को मुख्यमंत्री द्वारा लैपटॉप के लिए 25000 उपलब्ध कराए गए हैं।