CM शिवराज ने ली कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक, कहा: नशे के अवैध कारोबार को पूरी तरह करना है ध्वस्त, किसी अपराधी को ना बख्शें…

भोपाल : मध्य प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सख्त नजर आए। बैठक में उन्होंने कहा कि मैं डीजीपी, आईजी, एसपी और कलेक्टर्स को कह रहा हूं कि करप्शन के मामले में जीरो टॉलेरेन्स है, अपने भी लोग छांट लें जो गड़बड़ कर रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि कल इंदौर में शिकायत मिली और इसकी इजाजत नहीं दे सकते कि कोई पुलिस अधिकारी गलत काम करें, तत्काल कार्रवाई करें। हम इसलिए नहीं बैठे कि कोई डरा-धमकाकर गैरकानूनी काम करें। आप ऐसी सूची बना लीजिए, एडीजी का काम है, मुझे रिपोर्ट कीजिए, जरूरत पड़ने पर ईओडब्ल्यू के छापे भी पड़ेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के अवैध कारोबार को पूरी तरह ध्वस्त करना है। कई जगह ड्रग्स के बारे में खबरें आती है और बाकी जगह से भी जानकारी मिलती है। स्कूल, कॉलेज आसपास, छोटी छोटी दुकानों पर ड्रग्स की शिकायत मिलती है। हमारी युवा पीढ़ी को खोखला करने का षड्यंत्र है। इस अभिशाप से हमारे बच्चों को बचाना है। 

सीएम ने इसे लेकर निर्देश दिए कि इनफॉर्मर सक्रिय कीजिए। ये अभिशाप पूरी तरह से समाप्त करना है। इसकी मैं लगातार समीक्षा करूंगा। इनको संरक्षण देने वाले कौन है, इनके तार कहां जुड़े हैं। जरूरत पड़ने पर इंटेलिजेंस का भी प्रयोग करें। ये अक्षम्य है। पहले चरण में अभियान चलाए, क्योंकि इसके एक से ज्यादा राज्यों से भी तार जुड़े हो सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि दूसरे चरण में कार्रवाई के बाद भी किसी जिले में ड्रग्स का अवैध कारेाबार या शराब की बिकते मिली तो बख्सा नहीं किया जाएगा। आरोपी पकड़े जाने पर एसपी, थानेदार और ऊपर के अधिकारी जिम्मेदार होंगे जिन पर एक्शन लेंगे। हुक्का लाउंज कई तरह की ऐसी गतिविधियों कर रहे हैं जो बच्चों को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। हुक्का लाउंज के नाम पर कुछ भी गड़बड़ हो, ये हम होने नहीं देंगे। कहीं हुक्का लाउंज न चले, तत्काल बंद हों। इनफॉर्मर को रिवॉर्ड देने की स्कीम हम शुरू कर रहे हैं। 

सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि दुराचारी किसी भी कीमत पर बख्शें नहीं जाने चाहिए। बुलडोजर चलने चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को जब तक तबाह नहीं करेंगे तब तक ये मानते नहीं है। अगर कोई बहन या बेटी के साथ दुराचार करें तो तबाह करना, छोड़ना नहीं। इस लायक भी नहीं रहने देना कि दोबारा वह इस बारे में सोचें। क्योंकि घर से निकलते हैं तो छेड़छाड़ की कई घटनाएं होती हैं।

शराब पीकर गदर करना, दूसरों की जिंदगी को असुरक्षित बनाना ये भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीकर वाहन चलाना भी अपराध है। इन सबका पहले से प्रावधान है। इसका प्रभावी उपयोग करें, और पीकर गदर करने का हक किसी को नहीं है। दूसरों की जिंदगी को असुरक्षित बनाना या दूसरे के सम्मान से खिलवाड़ करना इसकी इजाजत किसी को नहीं है। इस पर प्रभावी कार्यवाई होना चाहिए।

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