गुजरात चुनाव की तारीख का ऐलान क्यों नहीं, आयोग ने बताई असली वजह; संकेत भी समझें…

नई दिल्ली : भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 12 नवंबर को पहाड़ी राज्य में वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को नतीजों का ऐलान होगा। विधानसभा चुनाव गुजरात में भी होना है लेकिन अभी वहां के लिए तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राजीव कुमार ने गुजरात में चुनाव तारीखों का ऐलान नहीं किए जाने की वजह भी बताई। उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि ऐसा करने में किसी नियम का उल्लंघन हुआ है।

चुनाव आयोग की पीसी की खबर आते ही यह अटकलें लगने लगी थीं कि हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा। दो राज्यों में यदि विधानसभा का कार्यकाल छह महीने के भीतर खत्म हो रहा हो तो चुनाव एक साथ होते हैं और परिणाम भी साथ घोषित होता है। गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किए जाने के सवाल पर राजीव कुमार ने कहा कि किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ”दोनों राज्यों के विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने में 40 दिन का अंतर है। नियम के मुताबिक, कम से कम 30 दिन का हो ताकि एक के परिणाम का असर दूसरे पर ना हो।” 

राजीव ने गुजरात से पहले हिमाचल में चुनाव को लेकर कहा, ”मौसम जैसे कई कारक है, हम बर्फबारी से पहले हिमाचल में चुनाव चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने कई पक्षकारकों से विचार-विमर्श किया है। यह भी बताया कि आचार संहिता की अवधि भी 70 दिन से घटाकर 57 दिन कर दी गई है। 2017 में दोनों राज्यों में चुनाव नवंबर में हुआ था और दिसंबर में एक साथ चुनाव परिणाम आए थे। गुजरात में दो चरणों में वोटिंग हुई थी। 

12 नंवबर से 7 दिसंबर के बीच गुजरात में वोटिंग संभव
गुजरात और हिमाचल में साथ आसपास की तारीखों में होते रहे हैं और नतीजे भी साथ ही घोषित होते हैं। 2012 और 2017 के मुताबिक, इस बार भी 8 दिसंबर को दोनों राज्यों में वोटों की गिनती एक साथ हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग गुजरात में चुनाव की तारीखों का ऐलान दिवाली के बाद कर सकता है। गुजरात में 12 नवंबर से 7 नवंबर के बीच हो सकता है। यहां दो चरणों में वोटिंग हो सकती है।

Leave a Reply