भोपाल : मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में करोड़ों के घोटाले का मामला सामने आया है। दरअसल, यहां केवलारी तहसील कार्यालय में पदस्थ सचिन दहायत ने 11 करोड़ 16 लाख रुपयों का गबन किया है। घटना के सामने आने के बाद सचिन पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बात दें कि जिला पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव ने सचिन दहायत को पकड़ने के लिए 10 हजार रुपय का इनाम भी घोषित कर दिया है। केवल इतना ही नहीं मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी इसी कार्यालय में पदस्थ है।
7 लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार
पूरी घटना में मुख्य आरोपी सचिन दहायत है, जिसकी तलाश बड़ी तेजी से की जा रही है। इस घोटाले में श्रेष्ठ अवधिया, विशेश अवधिया, राधेश्याम बंदेवार, ललित सरयाम, शिवम अग्रवाल, अजय यादव एवं कोषालय में पदस्थ लिपिक दुर्गेश पारधी शामिल हैं। जिन्हें पुलिस गिरफ्तार कर कड़ाई से पुछताछ कर रही है।
नौकरी के बाद बदल गई थी लाइफस्टाइल
वहीं, मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि सचिन की नौकरी लगने के बाद एकाएक उसकी लाइफस्टाइल बदल गई। उसे लग्जरी लाइफ जीने का चस्का लग गया था। जिसके लिए वो कुछ भी करने को तैयार था। केवल इतना ही नहीं, सचिन दहायत के तार जबलपुर से भी जुड़े होने की बात सामने आई है। फिलहाल, पुलिस स्थानीय लोगों की बात और बाकि गिरफ्तार लोगों के बयान के आधार पर आरोपी को ढुंढ़ने का प्रयास कर रही है।