कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक के बाद एक नए खुलासा हो रहे हैं। खबर है कि दिल्ली पुलिस को इस घटना की इनपुट काफी पहले प्राप्त हो गई थी। हालांकि, ये जानकारी नहीं मिल सकी है कि दिल्ली पुलिस ने पंजाब के साथ इनपुट शेयर किए थे या नहीं? अगर हां तो फिर पंजाब पुलिस ने उनकी सिक्योरिटी में कटौती क्यों की? यह बड़ा सवाल उठ रहा है।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले 2 लाख के इनामी बदमाश शाहरुख़ को गिरफ़्तार किया था। सूत्रों की मानें तो शाहरुख ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी थी कि गोल्डी बरार, लॉरेंस विश्नोई और उसके साथी पंजाब में बड़ी साजिश रच रहे हैं। इतना ही नहीं जिस बोलेरो गाड़ी को हत्या के बाद पुलिस ने कब्जे में लिया है इसी गाड़ी से कुछ महीने पहले भी उनकी रेकी की गई थी, लेकिन उस समय मूसे वाला के साथ मौजूद सुरक्षा को देखकर हत्या को अंजाम नहीं दिया गया। रेकी करने वाला और कोई नहीं शाहरुख ही था जो पहले से दिल्ली पुलिस के कब्जे में है।
सूत्रों के मुताबिक शाहरुख जब अपने साथियों के मूसेवाला के गांव पहुंचा तो वहां AK 47 वाले कमांडो देख लौट गया। बाद में हत्या के लिए गोल्डी बराड़ से रूसी AN 94 ( एवतोमैत निकोनोव) मंगवाई थी। लेकिन वह दिल्ली पुलिस के पकड़ में आ गया। इसके बाद उत्तराखंड के शूटर्स को इस वारदात को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई। ये वही AN 94 राइफल है जिससे 2 मिनट में मूसेवाला को 30 से ज्यादा गोलियां मारी गई।
बताया जा रहा है कि कनाडा में बैठे मुख्य साजिशकर्ता गोल्डी बरार से बात करने के लिए शाहरुख़ एक ऐप का इस्तेमाल करता था। उसका फ़ोन भी काफी समय से दिल्ली की स्पेशल सेल के पास है और जिसकी जांच हो रही है। बावजूद सवाल ये उठ रहे हैं की शाहरुख से इनपुट मिलने के बाद भी अलर्ट करने के बजाए मूसेवाल की सुरक्षा वापस क्यों ली गई? इस मामले में अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब तलब किया है। हाईकोर्ट ने पूछा कि VIP सिक्योरिटी में कटौती की जानकारी लीक कैसे हुई?
इस हत्याकांड के पीछे तिहाड़ जेल से चल रहे 9643****** मोबाइल नंबर भी सामने आ रहा है। इस नंबर से गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई अपने गुर्गों से बात करता था। मामले में पंजाब पुलिस उत्तराखंड पहुंची है। यहां उत्तराखंड की STF के साथ पंजाब पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें एक आरोपी लॉरेंस गैंग का संदिग्ध शार्प शूटर बताया जा रहा है। इसे हिमाचल से उत्तराखंड में घुसते वक्त एक कार रोककर हिरासत में लिया गया। पंजाब पुलिस इसकी शिनाख्त कर रही है।
सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने CM भगवंत मान को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार की नाकामियों से मेरे बेटे की हत्या हुई। मूसेवाला की मां मुझे पूछती है कि शुभदीप कहां है? वह घर कब आएगा?। मैं उसे क्या जवाब दूं। मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे इंसाफ मिलेगा।
पंजाब में गैंग वॉर की आशंका
मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है। गैंगस्टर दविंदर बंबीहा गैंग ने इस हत्या का बदला लेने का ऐलान किया है। बंबीहा गैंग के मुताबिक मूसेवाला उनसे किसी भी तरह से जुड़ा नहीं था। फिर भी उसका नाम हमारे साथ जोड़ा जा रहा है। इसलिए अब वे इसका बदला लेंगे। बंबीहा गैंग की एंट्री के बाद पंजाब की जेलों में लॉरेंस गैंग के बंदियों को अलग कर दिया गया है। जहां-जहां इस गैंग के मेंबर हैं, वहां सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। बंबीहा गैंग के मेंबर भी जेलों में बंद हैं। उन्हें भी अलग कर दिया गया है। दोनों गैंग आपस में न भिड़ें, इसको लेकर सभी जेलों में हाई अलर्ट कर दिया गया है।
इस बीच एक और अहम बात जो सामने आई है कि मूसेवाला घर से अपनी निजी बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर लेकर निकलने वाले थे। उन्होंने पहले बुलेट प्रूफ वाहन को ही बाहर निकाला था। हालांकि, बाद में उन्होंने अंदर खड़ी कर थार निकाल ली। सुरक्षा को लेकर मूसेवाला काफी चिंतित भी थे। उन्होंने अपने वकील से भी इस बारे में बात की थी। इसके अलावा अपने करीबी सिंगर अमृत मान को भी मिलने बुलाया था। मूसेवाला ने कोई जरूरी बात करने की बात कही थी। माना जा रहा है कि वह सुरक्षा के बारे में ही बात करने वाले थे। इसको लेकर अब पंजाब सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं