गोविंद सिंह राजपूत पर जमीन हड़पने का आरोप लगाने वाला पलटा, कहा ‘पूर्व BJP नेता ने दिया था 2 करोड़ का ऑफर’

ग्‍वालियर : मध्य प्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर जमीन हड़पने वाले मामले में नया ट्विस्ट आया है। ये आरोप लगाने वाला सीताराम उर्फ महेश पटेल पलट गया है और उसने कहा है कि पूर्व बीजेपी नेता के कहने पर उसने ये आरोप लगाया था। इस मामले में अब सीताराम ने बीजेपी से निष्कासित किए जा चुके नेता राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है। उसके मुताबिक गोविंद सिंह राजपूत को झूठे केस में फंसाने के लिए उसे दो करोड़ का ऑफर मिला था।

अपने आरोप से पलटा फरियादी

कुछ दिन पहले मंत्री पर जमीन हड़पने का आरोप लगा था और इस मामले ने सियासी हलकों में हचलच मचा दी थी। सीताराम पटेल ने आरोप लगाय था कि उसकी जमीन हड़पकर मंत्री ने वहां कैम्ब्रिज स्कूल बनाया है। सीताराम के पिता भी पिछले 6 साल से लापता हैं और इस मामले में भी उसने मंत्री पर आरोप लगाए थे। लेकिन अब ज़मीन वाले मामले में अपनी बात से पलटते हुए सीताराम ने कहा है कि ऐसा करने के लिए उसे पूर्व बीजेपी नेता राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया ने कहा था। इसके लिए उसे दो करोड़ रूपये और जमीन दिलाने का लालच दिया गया था। उसने बताया कि  31 दिसंबर 2022 को विनय मलैया जो उनके पड़ोस में ही रहते हैं, उन्होने उसे मिलने बुलाया। वहां राजकुमार धनौरा भी मौजूद थे।

‘2 करोड़ का लालच दिया’

सीताराम पटेल का कहना है कि दोनों ने उससे कहा कि पिताजी की गुमशुदगी का मामला चल ही रहा है, अब एक और जमीन के केस में मंत्री को फंसाना है। इसके लिए एक से दो करोड़ रूपये मिलेंगे और जमीन भी उसी के नाम कर दी जाएगी। उसके मुताबिक उन्होने उसे 10 हजार रूपये दिए और इसके बाद वो पैसों के लालच में आ गया और हामी भर दी। 1 जनवरी को मलैया के कहने पर उसे राजकुमार धनौरा अपने साथ दिल्ली ले गया और सुप्रीम कोर्ट में शिकायतें डलवाने के लिए अलग अलग कागज़ों पर दस्तखत करवाए। सीताराम का कहना है कि इसके बाद उसे कहा कि सागर में रहने पर उसे खतरा हो सकता है और ये बात कहकर राजस्थान में अजमेर की तरफ लेकर गए और वहां घुमाते रहे और अलग अलग कागजों पर साइन भी लेते रहे। उसने जब भी घर जाने की बात कही तो धनौरा ने बंदूक दिखाकर धमकाया और कहा कि घर जाने की बात करोगे तो जान से मार दूंगा और इसका इल्जाम मंत्री राजपूत पर लगा दिया जाएगा। सीताराम का कहना है कि 19 जनवरी को वो ट्रेन से अपने घर लौटा और यहां आकर उसने सारी बात अपने घरवालों और परिचत को बताई।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

बता दें कि इससे पहले राजकुमार सिंह धनौरा भी पूर्व में गोविंद सिंह राजपूत पर इल्जाम लगा चुके हैं कि उन्हें ससुराल से दान में  50 एकड़ जमीन मिली थी और मंत्री ने इसमें घोटाला किया है। इस मामले में अब पुलिस ने राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ धारा 342, 506, 120बी के तहत केस दर्ज किया है। धनौरा पर इससे पहले भी एक करोड़ से अधिक के गबन और किसान मोर्चा अध्यक्ष के लेटर पैड का दुरुपयोग करने के मामले में एफआईआर हो चुकी है।

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