नई दिल्ली: नोटबंदी को 6 साल हो गए हैं। पुरानी नोट तो अब लोगों को याद भी नहीं होगी, लेकिन दिल्ली में दो लोगों को 62 लाख रुपये मूल्य के पुराने नोटों के साथ पकड़ा गया है। मामला लक्ष्मी नगर इलाके का है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि दो लोगों के पास से 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों की कई गड्डियां मिली हैं। एक-एक कर जब नोटों की गिनती की गई तो पता चला कि ये कुल 62 लाख रुपये हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि इन दोनों ने 14 लाख रुपये की नई करेंसी देकर इन पुराने करेंसी नोटों को खरीदा था।
अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि पुराने नोटों से ये लोग क्या करना चाहते थे और इतने पुराने नोट किसने रखे हुए थे। जी हां, नोटबंदी के बाद लोगों को पूरा मौका दिया गया था कि वे अपने पुरानों नोटों को एक्सचेंज करवा लें। ऐसा समझा गया था कि जिनके पास ब्लैक मनी है उनका पैसा डूब जाएगा क्योंकि वे पकड़े जाने के डर से उस पैसे को लेकर बैंक ही नहीं जाएंगे। इस केस में भी क्या ब्लैक मनी का ऐंगल है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि इन लोगों ने पुराने नोट कई जगहों से जुटाए थे और करीब 20 लाख रुपये में इन पुराने नोटों को किसी और को बेचने वाले थे। सोशल मीडिया में जैसे ही यह खबर फैली, लोग सवाल उठाने लगे कि बैकडोर से पुराने नोट अब भी निकल रहे हैं। कुछ लोगों ने मीम्स भी शेयर किए हैं। एक यूजर ने लिखा, कुछ स्मार्ट लोग बड़ा खेल खेल रहे हैं।
उधर, कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस खबर को शेयर करते हुए तंज कसा कि वैसे तो 99.9 फीसदी पुराने नोट वापस बैंकों में चले गए थे, बचे हुए 0.1 प्रतिशत अब भी मार्केट में घूम रहे हैं। उन्होंने मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या ये करेंसी नोट एक्सचेंज किए जाने वाले थे और सरकार में कौन लोग इस रैकेट में शामिल हैं?