वैसे तो बॉलीवुड में ऐसी कई अभिनेत्रियां है जिन्होंने अपने अभिनय से दुनिया में कई लोगों का दिल जीता है। मगर आज हम आपको अभिनेत्री नूतन के बारे में बताने जा रहे जिनके जैसी अभिनेत्री सदियों में एक होती है। संजीदा किरदारों के लिए मशहूर इस नैसर्गिक अदाकारा ने अपनी गहरी छाप सिनेमा की दुनिया में छोड़ी है। आइये उनके जीवन से जुडी कुछ ख़ास बातें जानते है।
केवल ९ साल की उम्र में ही नूतन ने अपने ही पिता की फिल्म ‘नल दमयंती’ में बतौर बाल कलाकार अभिनय किया था। १९५० में नूतन ने महज १४ साल की उम्र में हिंदी फिल्म जगत में प्रवेश किया था, इस फिल्म का निर्देशन स्वयं नूतन की मां शोभना सामर्थ ने किया था, जिसका नाम ‘हमारी बेटी’ था।
नूतन अपने जन्म के समय इतनी दुबली-पतली थी कि उनकी मां उन्हें ‘अगली बेबी’ और ‘अगली डक’ जैसे नामों से पुकारा करती थी। मगर किसे पता था कि बचपन से कुरूप कही जाने वाली नूतन साल १९५२ में ‘मिस इंडिया’ का खिताब अपने नाम कर सबको चौका देंगी। आपको बता दें कि ये पहली दफा था जब किसी अभिनेत्री ने अपने फ़िल्मी सफर के शुरू होने के दो साल बाद मिस इंडिया का खिताब जीता था।
आपको यह जानकार ताज्जुब होगा कि उनकी खुद की फिल्म ‘नगीना’ देखने के लिए नूतन को सिनेमाघर में प्रवेश करने नहीं मिला था। जिसकी वजह उनकी उम्र थी जो उस समय केवल १४ वर्ष की थी। फिल्म के प्रीमियर में उन्हें वॉचमन ने अंदर आने से रोक दिया था। नूतन ने उस वॉचमन को बहुत समझाने की कोशिश की, कहा कि वो खुद उस फिल्म की अभिनेत्री है, मगर वॉचमन नहीं माना और नूतन को अपनी फिल्म देखें बगैर घर वापस जाना पड़ा। नूतन की यह फिल्म वयस्कों के लिए थी जिसे सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दे रखा था।