आज जिस अभिनेता की हम बात करने जा रहे है वो अभिनेता एक बहुत बड़े निर्माता के बेटे है। १६ साल की उम्र से उन्होंने सह निर्देशक के तौर से काम करना शुरू कर दिया था। साल 1992 में उन्होंने काजोल के साथ अपनी पहली फिल्म में बतौर अभिनेता काम किया था। बॉलीवुड अभिनेत्री नगमा और ज्योतिका इनकी बहनें लगती है। मशहूर अभिनेता सैफ अली खान इनके बहुत ही अच्छे दोस्त है और सोहा अली खान इनकी राखी बहन है। हम बात कर रहे अभिनेता कमल सदाना की।
कमल सदाना की जिंदगी में एक ऐसा हादसा हुआ था, जो हम और आप महज बॉलीवुड की फिल्मों में देखा करते है। एक ही परिवार के सभी लोग मर जाते है, बस एक बच्चा जिंदा रह जाता है और वो आगे चलकर फिल्मों में अभिनेता बन जाता है। ऐसा ही कुछ कमल सदाना की जिंदगी में भी हुआ था। गोलियों की आवाज़ आती है और उनका सबकुछ एक ही पल में ख़त्म हो जाता है। चलिए बताते है कि आखिर ये सब क्यों और कैसे हुआ?
कमल सदाना एक बहुत ही बेहतरीन निर्देशक के बेटे है जिनका नाम ब्रिज सदाना है। इन्होंने 60 और 70 के दशक में कई फिल्मों का निर्माण किया था। इनमें से कुछ फ़िल्में थी, ‘विक्टोरिया नंबर २०३’, ‘चोरी मेरा काम’, ‘ये रात फिर ना आएगी’ और ‘प्रोफेसर प्यारेलाल’। कमल सदाना की मां भी एक अभिनेत्री थी और इनकी एक बहन भी थी जिनका नाम नम्रता था।
कमल सदाना अपने परिवार के साथ मुंबई के ‘बांद्रा’ इलाके में ‘जल कमल’ नामक बंगले में रहा करते थे। इनके पिता ब्रिज सदाना वैसे तो काफी खुशमिजाज इंसान थे, मगर जब वो शराब पी लिया करते थे तो उनमे जैसे कोई शैतान जाग जाता था। जिससे वो बहुत अलग तरह से बर्ताव करने लगते थे।
इसी शराब की वजह से ही कमल सदाना के माता-पिता में अक्सर झगड़े हुआ करते थे। शराब के नशे में उनके पिता किसी की भी बात नहीं सुना करते थे। ऐसे ही अपने शौक के लिए कमल सदाना के पिता ने एक रिवॉल्वर ली थी। मगर परिवार के लिए ये शौक बहुत महंगा पड़ा करता था, क्योंकि जब भी वो शराब पीने के बाद झगड़ा किया करते थे, तो रिवॉल्वर दिखाकर धमकी दिया करते थे।
खुद कमल सदाना ने बताया था कि ऐसे ही एक बार जब वो 10 साल के थे तो माता-पिता में झगड़ा हो गया था और हमेशा की तरह उनकी मां दोनों बच्चों को लेकर पास स्थित ‘ओसियन अपार्टमेंट’ में जाकर रहने चली गयी। उस समय उनके पिता उनका पीछा करते हुए ‘ओसियन अपार्टमेंट’ तक आये थे।
मां ने बिल्डिंग के वॉचमन को ब्रिज सदाना को अंदर नहीं आने देने की हिदायत तो दी थी, मगर रिवॉल्वर होने की वजह से उन्हें वॉचमन भी रोक नहीं पाया। इसके बाद ब्रिज सदाना ने वॉचमन को सीढ़ियां लाने को कहा और सीढ़ियों के सहारे फ्लैट में घुसने की नाकाम कोशिश की। बात नहीं बनने पर उन्हें बहुत गुस्सा आया और उन्होंने हवा में रिवॉल्वर से ३-४ फायर किया था। जिसके बाद से ही पूरा परिवार उनसे बहुत ज्यादा डरने लगा था।
इस हादसे के बाद कमल सदाना की मां ने ये तय किया कि कैसे भी करके वो रिवॉल्वर ब्रिज सदाना से दूर करनी होगी। कमल सदाना की मां उस समय अभिनेत्री नरगिस दत्त की बहुत अच्छी दोस्त थी। उन्होंने नरगिस के पास जाकर इस हादसे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगर ये रिवॉल्वर इनके पास रही तो ये एक दिन हम सबको मार देंगे। उन्होंने नरगिस को अपनी पहचान के किसी पॉवरफुल पुलिस अफसर के जरिये इस रिवॉल्वर को सीज करवाने की बात भी कही। नरगिस ने उनकी बात रखते हुए उस रिवॉल्वर को सीज करवा दिया।
देर रात अपने बंगले पर वापस आने पर कमल सदाना दोस्त हैरी और रिज़वी को लेकर अपने पहले मंजिल पर स्थित कमरें में चले जाते है। कुछ देर कमरें में रहने के बाद कमल को सीढ़ियों की तरफ से दो गोलियां चलने की आवाज़ आती है। गोलियों की आवाज़ सुनते ही वो अपने दोस्त हैरी और रिजवी के साथ नीचे की तरफ जाते है तो देखते है कि उनकी मां और बहन दोनों खून में लतपत जमीन पर पड़े हुए है। सामने उनके पिता खड़े होते है जिनके हाथ में रिवॉल्वर थी और वो पूरी तरह से शराब के नशे में थे।
कमल सदाना को देखते ही उनके पिता ने एक गोली उनके ऊपर भी चलायी। ये गोली उनके कान के पास से होते हुए गले को छूकर निकल गयी, जिससे खून निकलने लगा। इसके बाद उनके पिता ने एक और गोली चलायी जो कमल के दोस्त हैरी के हाथ पर जाकर लगी। कमल सदाना ने अपने को संभालते हुए सबसे पहले एम्बुलेंस को फ़ोन लगाया ताकि वो अपनी मां और बहन को बचा सके। लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। कमल की मां और बहन दोनों ही मर चुके थे
कमल सदाना ने काजोल और दिव्या भारती जैसी अभिनेत्रियों के साथ फिल्म ‘बेखुदी’ और ‘रंग’ जैसी फिल्मों में काम भी किया। इसके बाद उन्होंने फिल्म निर्माण में भी हाथ आजमाया और फिल्मों का निर्देशन भी किया। लेकिन कमल सदाना मानते है कि अब उनकी जिंदगी में सबसे बड़ी जीत उनका परिवार है। कमल ने एक मेकअप आर्टिस्ट लिसा जॉन के साथ शादी की और उनके दो बच्चे भी हुए। बेटे का नाम है अंगद और बेटी का नाम उन्होंने अपनी बहन के नाम पर रखा है लिया नम्रता।