राजधानी भोपाल से सटे सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव पर रोक के मामले ने राजनीतिक तौर पर भी तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। सोमवार को अचानक रुद्राक्ष महोत्सव को रोक दिया गया। खुद कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि प्रशासन के दबाव में आकर उन्हें इस कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ रहा है।
अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। पीसीसी चीफ ने कहा है कि महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शिवराज जी की ही सरकार ने शिवराज जी के ही क्षेत्र में, शिव की गंगा का ज्ञान बहाने वाले शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव का सात दिवसीय आयोजन स्थगित कर दिया।
कमल नाथ ने कहा कि एक कथावाचक को आँखो में आंसू भरकर व्यासपीठ से इस सच्चाई को श्रद्धालुओं को बताना पड़े तो इससे शर्मनाक प्रदेश के लिये कुछ और हो नही हो सकता है।जो ख़ुद को धर्मप्रेमी बताते है यह है उनकी सरकार की हकीकत।बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाराज़ , प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नही हुआ।
दरअसल सीहोर में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन होना था। इस महोत्सव के लिए पिछले पंद्रह दिनों से तैयारियां जोरों शोरों पर थीं। आयोजन के दिन सुबह से ही पंडाल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भोपाल इंदौर स्टेट हाईवे के दोनों तरफ भी जाम लग गया।
लेकिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने अचानक ही अपने महोत्सव को स्थगित करने का फैसला लिया। कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने भावुक होकर श्रद्धालुओं को बताया कि प्रशासन के दबाव में उन्होंने अपने महोत्सव को रोकना पड़ रहा है। इसके बाद ही इस मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया।