भोपाल : हरदा धमाके के बाद मध्य प्रदेश सरकार एक्शन मोड में है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को 24 घंटे के अंदर गोदामों और फटाखा फैक्ट्रीयों की निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिसका असर बैरागढ़ के समीप स्थित गांव जमोनियां, कोलूखेड़ी में फटाखों के गोदाम को व्यापारियों ने आनन-फानन में खाली कर दिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में बने हैं गोदाम
भोपाल-इंदौर हाईवे पर जमुनिया और कोलू खेड़ी में पिछले कई सालों से पटाखा व्यापारियों ने अपने-अपने गोदाम बना कर रखे हैं। बता दें कि यहां पर लगभग 15 ऐसे गोदाम है, जिनमें पटाखे कोने-कोने तक रखी हुई है। जिन स्थानों पर यह गोदाम बनाए गए हैं, वह ग्रामीण क्षेत्र है। इसके साथ ही बकानिया डिपो भी है, जहां गैस और पेट्रोल के रिफाइनरी सेंटर बने हुए हैं। वहीं, इस हादसे के बाद कोलूखेड़ी में सभी व्यापारियों ने अपने गोदाम में रखा हुआ सामान इधर-उधर कर दिया।
फटाका बाजार भी नहीं है सुरक्षित
वहीं, अगर हलालपुर फटाका बाजार देखा जाए तो यह भी सुरक्षित नहीं है। बता दें कि यहां पर पास में ही पेट्रोल पंप बने हुए हैं। इसके साथ ही, आसपास में कई मैरिज गार्डन भी है। ऐसे में यदि हरदा जैसी घटना इन इलाकों में हो जाए तो यह सबसे बड़ी घटना होगी। पूरा इलाका आग की मात्र एक चिंगारी से तबाह हो जाएगा। हालांकि, इन गोदामों को जिला प्रशासन ने कैसे परमिशन दे दी है यह भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।