कमलनाथ सरकार वो सरकार थी जिसने किसान कर्ज़ को तुरंत माफ़ किया था। कमलनाथ के कार्यों ने शिवराज सिंह चौहान को तो कर्ज माफी पर कई बार चुनौती थी।
कमलनाथ सरकार ने पूरे 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया।कमलनाथ सरकार के पास 26 लाख किसानों के नाम, उनके गांवों के नाम, कर्ज माफी की राशि का रिकॉर्ड सब कुछ मौजूद है और ये सब दिखता है की वो अपने किये वादे के कितने पक्के हैं। कमलनाथ ने हमेशा कहा कि ग्वालियर-चंबल की राजनीति और विकास में मैंने अब तक ज्यादा दखल नहीं दिया, पर अब परिस्थितियां बदल गई हैं और बदली हुई परिस्थितियों में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता रहेगी।
-ग्वालियर-चंबल में विकास जीरो
कितनी घोषणाएं शिवराज सरकार ने की 15 साल में, ग्वालियर-चंबल में कितनी घोषणाएं की, कितनी आज तक पूरी हुई, इसकी सच्चाई जनता जानती है। हमारे कृषि क्षेत्र की आज क्या हालत है?
-निवेश के वादों का क्या हुआ
शिवराज सरकार में प्रदेश किसानों की आत्महत्या में नं. 1, बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं से अत्याचार में नं वन। आपने कभी गुजरात-केरल-तमिलनाडु का मजदूर देखा, मध्य प्रदेश सबसे ज्यादा मजदूरों के उत्पादन वाला प्रदेश बना डाला। प्रदेश में निवेश तब आता है जब विश्वास का माहौल हो। कितनी इन्वेस्टर्स समिट हुई, लाखों करोड़ों के निवेश के वादे किए गए, दावे किए गए, कहां गया निवेश?
कमलनाथ सरकार ने अपने चंद महीनों के कार्यकाल में वो पूरा किया जो उन्होंने कहा। 2023 का चुनाव मध्यप्रदेश की तस्वीर को पूरी तरह बदल सकता है अगर कमलनाथ सरकार आती है तो।