भोपाल : मध्य प्रदेश के निकाय चुनाव को लेकर पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं। चुनाव प्रचार के लिए जानवरों के इस्तेमाल को लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की। जिसके बाद इसपर रोक लग गई है।मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव में राजनीति पार्टियों का प्रचार तेज हो गया है। 6 जुलाई को पहले चरण की वोटिंग होनी है। ऐसे में अलग अलग तौर-तरीकों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में प्रचार में ऊंट के इस्तेमाल हुआ है। जिसके बाद कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयोग में इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।
दरअसल भोपाल के कोलार क्षेत्र में चुनावी रैली में ऊंट का उपयोग किया गया। ऊंट के मुंह में अग्नि रखकर करतब कराए गए। ऊंट से उठक-बैठक भी कराई गई है। साथ ही उसे घुटनों के बल चलाया गया। इसका उपयोग बीजेपी के महापौर प्रत्याशी मालती राय की चुनावी रैली में देखने को मिला। इस रैली में कई बड़े दिग्गज नेता भी मौजूद रहें।
वहीं इसकी शिकायत मध्य प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने आयोग को की है। उन्होंने शिकायत में कहा कि शनिवार को भोपाल के कोलार क्षेत्र में चुनावी रैली में ऊंट का उपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि उस बेजुबान जानवर का इस तरह से इस्तेमाल करना गलत है। धनोपिया ने कहा कि विधायक रामेश्वर शर्मा, मालती राय एवं रविंद्र यती ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए चुनाव प्रचार में पशुओं के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने जानकारी देते हुए कहा है कि नगरीय निकायों और पंचायतों के निर्वाचन के दौरान किसी भी राजनैतिक दल अथवा अभ्यर्थी द्वारा प्रचार के लिए पशुओं का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर को भी आदेश जारी हुए हैं।