इंदौर। इन दिनों मानसून का मौसम चल रहा है और ऐसे मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में लगातार बीमारियां बढ़ती हुई नजर आ रही है। जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग की भी चिंता बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि इंदौर में डेंगू और मलेरिया के मरीजों की लगातार पुष्टि हो रही है। अभी बीते दिन ही इंदौर में डेंगू के 7 मरीजों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है।
दरअसल, जिन लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है वो सभी अभी ठीक है। इन बिमारियों को लेकर जिला मलेरिया अधिकारी डा. दौलत पटेल द्वारा बताया गया है कि जल्द ही घर घर में इस बीमारी को लेकर सर्वे किया जाएगा। अभी भी इसको लेकर विभाग की लार्वा टीम लगातार काम कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, डेंगू और मलेरिया बीमारी सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। अगर जरा सी भी लापरवाही बरती जाए तो ये भारी पड़ सकता है। क्योंकि डेंगू की वजह से कई लोगों की जान भी चली जाती है। दरअसल, जब डेंगू होता है तो शरीर में प्लेटलेट्स कम होने लगते है जिसकी वजह से बॉडी में कमजोरी आने के साथ साथ कई समस्या होने लगती है।
ऐसे में हमें डेंगू के लिए सावधानियां और सतर्कता दोनों बरतना बेहद जरुरी है। आपको बता दे, मरीजों में डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने की वजह से होता है। इसका मच्छर धारियों वाला होता है। बड़ी बात ये है कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है। बारिश के मौसम में इन मच्छरों की पैदावार भी ज्यादा होती है। ऐसे में जुलाई और अक्टूबर में इसका सबसे ज्यादा प्रकोप रहता है।
एक दूसरे में होता है ट्रांसफर –
आपको बता दे, डेंगू के मरीज में डेंगू का वायरस होता है। ऐसे में जब किसी व्यक्ति को एडीज मच्छर काटता है तो वह उस व्यक्ति का खून चूस कर दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर करता है। जिस वजह से ये वायरस एक से दूसरे में फैलता है। और इस वजह से डेंगू मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है।
ये है लक्षण –
अगर किसी को डेंगू या मलेरिया होता है तो उसको तेज ठंड लगने के साथ-साथ तेज बुखार आना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, आंखों में दर्द होना, कमजोरी लगना, भूख न लगना, जी मतलाना, मुंह का स्वाद बिगड़ना, गले में हल्का सा दर्द रहना, शरीर पर हल्के लाल निशान होने लगते है।