नई दिल्ली : भारतीय बाजार से बड़ी खबर सामने आ रही है। EOW ने BharatPe के साथ 81 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज किया है। दरअसल आर्थिक अपराध शाखा द्वारा BharatPe के पूर्व प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एफआईआर दर्ज
वहीं उन पर भारत पे के 81 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। जिन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनमें अशनीर ग्रोवर के अलावा उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर, दीपक गुप्ता, सुरेश जैन और श्वेतांक जैन शामिल है। इन पर 8 धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है।
ईओडब्ल्यू को शिकायत प्राप्त हुई थी। जिनमें इन व्यक्तियों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों की जांच की गई। अब तक की जांच और शिकायत के आधार पर धारा 406, 408, 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी के तहत प्रथम दृष्ट्या दंडनीय अपराध के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
8 धाराओं के तहत उन पर आरोप लगे
पूर्व प्रधान प्रबंधक पर गंभीर आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। 8 धाराओं के तहत उन पर आरोप लगे हैं। जिनमें 409 (लोक सेवक,बैंकर, व्यापारी, एजेंट द्वारा विश्वास का अपराधिक उल्लंघन करना) 420 (धोखाधड़ी और बेइमानी से संपत्ति की डिलीवरी) 467 मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी शामिल है। इसके अलावा 120b (आपराधिक साजिश) भी शामिल है।
यह है मामला
बता दे कि वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में मार्च 2022 में फिनटेक से उन्हें निकाल दिया गया था। भारत पर ने दिसंबर 2022 में अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए नुकसान की मांग की थी। इसके साथ ही एक आपराधिक आरोप और दीवानी मुकदमा भी दायर किया गया था। इसके साथ ही भारत पे ने प्रतिबंधित शेयरों को पुनः प्राप्त करने के लिए और ग्रोवर को प्रतिबंधित करने के लिए सिंगापुर में मध्यस्थता का दावा दायर किया गया साथ ही पूर्व सहयोगी द्वारा जनवरी 2023 में ग्रोवर के खिलाफ एक और FIR दर्ज किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फिनटेक के सह संस्थापक शास्वत नाकरानी द्वारा अवैतनिक शेयरों पर भी मुकदमा दायर किया गया था।
एमजीएम लीगल का बयान
वहीं इस मामले में एमजीएम लीगल के मैनेजिंग पार्टनर ने कहा कि ईओडब्ल्यू द्वारा शिकायत दर्ज करने के बाद रिकॉर्ड पर दस्तावेज के साथ जांच की जा रही है। हमें खुशी है कि इस पर संज्ञान लिया गया है और ग्रोवर सहित उनके परिवार और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
BharatPe का बयान
वहीं इस मामले में BharatPe ने अपने बयान में कहा है कि हम अधिकारियों को हर संभव सहयोग देना जारी रखेंगे। हमें अपने देश की न्यायिक और कानून परिवर्तन प्रणालियों पर पूरा भरोसा है और आशा करते हैं कि मामला अपने निष्कर्ष तक पहुंचेगा।