भोपाल : आज से 38 साल पहले 1984 की 2 और 3 दिसंबर की भयावह रात आज भी उन हजारों लोगों को सिहरा देती है जिन लोगों ने भयावह भोपाल गैस त्रासदी में अपनों को खोया, आज लगभग चार दशक बाद भी उनके जख्म हरे हैं। त्रासदी में जान गंवाने वालों को हर साल श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना की जाती है।
आज शनिवार 3 दिसंबर 2022 को भोपाल सेंट्रल लाइब्रेरी में श्रद्धांजलि एवं सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित की गई, प्रार्थना सभा में सभी धर्म के धर्म गुरुओं ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए इश्वर से प्रार्थना की, कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से शामिल हुए।
सीएम शिवराज ने कहा कि भोपाल गैस त्रासदी में प्राण गंवाने वाले दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सभी धर्म मानव कल्याण की कामना के साथ प्रेरित करते हैं कि हम दूसरों की पीड़ा दूर करने के लिए कार्य करें, भोपाल गैस त्रासदी सबक है कि हम अपनी जरूरतों के अनुसार ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करें।
सीएम का संदेश – इंसान अपनी सीमा में रहे, तभी पर्यावरण बचेगा
विकास और पर्यावरण में संतुलन हो। इंसान भी अपनी सीमा में रहे। हम पर्यावरण बचाने की अपनी ड्यूटी को पूरा करें। सीएम ने पर्यारण संतुलन के लिए प्राकृतिक खेती करने पर बल दिया, उन्होंने इस अवसर उनके रोज एक पौधा लगाने वाले संकल्प का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे मन में एक शांति है, कम से कम आने वाली पीढ़ी के लिए साफ हवा का इंतजाम तो मैं कर रहा हूँ।