भोपाल : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भारत-पाकिस्तान के विभाजन को कृत्रिम बताया है। भोपाल में सिंधु सभा के बैनर तले अमर बलिदानी हेमू कालाणी का जन्म शताब्दी समापन समारोह में उन्होने सिंधी समाज के योगदान का उल्लेख किया। इसी दौरान उन्होने कहा कि भारत खंडित हो गया हम आ गए लेकिन उसे मन से नहीं छोड़ा। हमारे साथ उस भूमि का जुड़ाव बना रहा। सिंधु नदी को कोई नहीं भूला सकता, उसके सूक्त वेदों में हैं। हम कुछ नहीं भूलेंगे क्योंकि ये विभाजन कृत्रिम है। पाकिस्तान के लोग कह रहे हैं कि गलती हो गई। जो अपनी हठधर्मिता का कारण भारत से अलग हुए, वे दुखी हैं। जो भारत के साथ यहां आए वो फिर से खड़े हो गए हैं। जो यहां आए उन्होने अपने पुरुषार्थ से खुद को खड़ा किया। यहां उन्होने कहा कि अखंड भारत एक सत्य है और विभाजित भारत दुखस्वप्न।
सीएम ने की बड़ी घोषणाएं
शुक्रवार को भोपाल में शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी कार्यक्रम का समापन समारोह बीएचईएल दशहरा मैदान पर आयोजित किया गया। यहां संघ प्रमुख मोहन भागवत, सीएम शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग, इंदौर सांसद शंकर लालवानी शामिल हुए। इसी के साथ समाज के साधु संत भी यहां सम्मिलित हुए। इस महाकुंभ में 80 हजार से अधिक लोग मौजूद थे। यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि प्रदेश में सिंधी संस्कृति संग्रहालय बनाया जाएगा। साथ ही सम्राट दाहिर सेन व हेमू कालाणी की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मनुआभान की टेकरी पर हेमू कालाणी की प्रतिमा लगाई जाएगी। इसी के साथ अगले महीने से सिंधु दर्शन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा और इसके लिए हर तीर्थ यात्री को 25 हजार अनुदान दिया जाएगा। सीएम ने सिंधी साहित्य अकादमी के बजट को भी बढ़ाने की घोषणा की और कहा कि अबसे ये 5 करोड़ होगा। उन्होने कहा कि सिंधी कॉलोनियों में मकान का 1 प्रतिशत मूल्य लेकर पट्टा वैधानिक किया जाएगा और इसी तरह दुकानों को भी वैध किया जाएगा। 2015 के बाद हुए सिंधी समाज के इस महाकुंभ में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका अवलोकन मोहन भागवत और सीएम शिवराज ने किया।
बता दें कि सिंधु सभा का गठन 1979 में हुआ था और इसे संघ का अनुषंगिक संगठन माना जाता है। शुक्रवार को हुए आयोजन में देश-विदेश से सिंधी समाज की जानी मानी हस्तियां शामिल हुईं। यहां संघ प्रमुख और मुख्यमंत्री ने पद्मश्री सुरेश आडवाणी और टेक महिंद्रा ग्रुप के सीईओ सीपी गुडनानी, मनोहर शेरवानी, इंदर जयसिंघानी सहित कई हस्तियों को सम्मानित भी किया। आयोजन में देश विदेश लेखक, अभिनेता, संगीतकार, समाजसेवी, व्यवयासी आदि शामिल हुए।