उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में लोकायुक्त ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है।यहां उज्जैन लोकायुक्त टीम ने हाउसिंग बोर्ड के बाबू बाल मुकुंद मालवीय को 10000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।टीम ने बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की है, फिलहाल मामले में लोकायुक्त की टीम आगे की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, उज्जैन के हाउसिंग बोर्ड के बाबू बाल मुकुंद मालवीय ने देवास के एक फरियादी से मकान के नामांतरण के लिए 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी और सौदा 10 हजार में तय हुआ। इसकी शिकायत फरियादी ने उज्जैन लोकायुक्त से की। टीम ने योजना बनाकर फरियादी को रिश्वत के 10 हजार लेकर बाबू के पास भेजा, जैसे ही बाबू ने रिश्वत के पैसे लेने के लिए हाथ बढ़ाए वैसे ही टीम ने पीछे से धर दबोचा। बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत की गई है।
बता दे कि यह पहला मौका नहीं है। इसके पहले 12 जुलाई को एक सरकारी स्कूल के शिक्षक बग़दीराम नंदेडा को ग्राम बेड़ावन के रहने वाले कैलाश अलोलिया से 9500 हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। शिक्षक ने यह रिश्वत छात्रा की मार्कशीट देने के एवज में पिता से मांगी थी। इससे पहले शिवपुरी जिले में सरपंची का प्रमाण पत्र के एवज में नायाब तहसीलदार को एक लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था।