भोपाल : मध्य प्रदेश के जबलपुर में चर्च लैंडस्कैम के आरोपी पूर्व बिशप पीसी सिंह को लेकर लगातार खुलासे हो रहें हैं। बताया जा रहा है कि पीसी सिंह के द्वारा मिशनरी चर्च की जमीन का फर्जीवाड़ा नीमच तक पहुंच गया। इसी कड़ी में शुक्रवार को राजधानी भोपाल डायोसिस के बिशप मनोज चरण ने ईओडब्लू को पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
दरअसल इसकी जानकारी देते हुए ईओडब्लू इंस्पेक्टर स्वर्णजीत सिंह धामी ने बताया कि भोपाल डायोसिस के बिशप मनोज चरण ने पूछताछ के दौरान जानकारी दी है कि पी सी सिंह ने नीमच में जमीन हड़प कर उसे प्राइवेट ट्रस्ट जरोहा के नाम करा ली थी। इसके लिए उन्होंने मॉडरेटर रहते हुए भोपाल डायोसिस के पदाधिकारियों और सदस्यों पर दबाव भी बनाया था।
जानकारी के अनुसार एक डायोसिस से दूसरे डायोसिस को जमीन ट्रांसफर नहीं की जा सकती है लेकिन पूर्व बिशप ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए भोपाल डायोसिस की जमीन को जबलपुर डायोसिस में ट्रांसफर करवाना चाहा पर जब ऐसा नहीं हुआ तो उसने अपने प्राइवेट ट्रस्ट जरोहा के नाम पर उस जमीन को करवा दिया।
वहीं भोपाल डायोसिस के नीमच की जमीन के दस्तावेज के लिए ईओडब्लू ने भोपाल डायोसिस के प्रॉपर्टी मैनेजर को दस्तावेजों के साथ बुलाया है। प्रॉपर्टी मैनेजर को नोटिस जारी किया है और उसे 2 से 3 दिन के भीतर संपत्ति से संबंधित सभी दस्तावेजों के साथ पेश होने के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि भोपाल डायोसिस के बिशप मनोज चरण ने पूछताछ के दौरान कहा कि उसने क्राइस्टचर्च आईसीएसई कोएड स्कूल के खाते में कुछ राशि ट्रांसफर की थी जिसके बाद उसने कार खरीदी थी। उस कार को भी ईओडब्लू ने जप्त कर लिया है।