बड़ी राहत मिली है, खड़गे की ताजपेशी पर ऐसा क्यों बोलीं सोनिया गांधी; वजह भी बताई…

नई दिल्ली : कांग्रेस में आज से एक बड़े बदलाव की औपचारिक शुरुआत हो गई है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर अध्यक्ष का पद संभाल लिया। इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मौजूद थे। इसके अलावा पार्टी के अन्य तमाम सीनियर नेता भी मौजूद थे। मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्ष पद पर बिठाने के बाद सोनिया गांधी ने राहत महसूस करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि मैं बहुत राहत महसूस कर रही हैं। यह बड़ी बात है कि एक कमजोर परिवार से आने वाले नेता को पार्टी के लोगों ने चुना है। वह अपनी मेहनत और लगन से यहां तक पहुंचे हैं। हमें यकीन है कि उनकी लीडरशिप में कांग्रेस मजबूत होगी।

सोनिया गांधी ने मैंने अभी कहा कि राहत महसूस कर रही हूं। मैं इस बात को स्पष्ट करना चाहती हूं कि आपने इतने सालों से मुझे जो प्यार और सम्मान दिया है, उसका अहसास मुझे जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा। लेकिन यह सम्मान एक बड़ी जिम्मेदारी भी थी। मुझसे अपनी क्षमता और योग्यता के मुताबिक जो बन पड़ा है, वह किया है। करीब 22 सालों तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि आज हमारी पार्टी के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि देश के सामने लोकतांत्रिक मूल्यों का जो संकट खड़ा हुआ है, उसका मुकाबला हम कैसे करें। 

कांग्रेस की नेता ने कहा कि आपने जिस तरह लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नया नेता चुना है, उसी तरह आप पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता आपस में मिल-जुलकर ऐसी शक्ति बनेंगे, जो हमारे महान देश के सामने उपस्थित समस्याओं का सामना कर सकें। कांग्रेस के सामने पहले भी बड़े-बड़े संकट आए हैं, लेकिन पार्टी ने कभी हार नहीं मानी। हमें आगे भी पूरे संकल्प और मजबूती के साथ आगे बढ़ना है और सफल होना है। अंत में मैं यह कहूंगी कि सबको लगातार सहयोग के लिए एक बार फिर से धन्यवाद देती हूं। मैं इस मौके पर मधुसूदन मिस्त्री को भी धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए निष्पक्ष चुनाव कराया है। अध्यक्ष पद पर खड़गे जी का सम्मान करते हुए अपनी बात समाप्त करती हूं।

खड़गे को याद आया 1998, सोनिया गांधी की जमकर तारीफ

वहीं अध्यक्ष चुने गए मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे आज 10 जनवरी, 1998 का दिन याद आ रहा है, जब सोनिया गांधी ने कर्नाटक में राजनीति की दीक्षा लेने की बात कही थी। तब से आज तक वह त्याग की मूर्ति बनकर काम करती रही हैं। खड़गे ने कहा कि आज की राजनीति में झूठ का बोलबाला है और सत्ता के लिए ही काम किया जाता है। लेकिन सोनिया गांधी ने कभी भी सिर्फ सत्ता पाने के लिए सियासत नहीं की। इस दौरान भावुक नजर आए खड़गे ने कहा कि आप लोगों ने एक मजदूर के बेटे को कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर चुना है, जो अहम बात है। मुझे गर्व है कि बाबू जगजीवन राम, जवाहर लाल नेहरू और गांधी जैसे बड़े नेताओं की पार्टी के नेतृत्व का मौका मिला है।

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