नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से ही बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद को भ्रामक विज्ञापनों की वजह से विवादों में घिरने का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इसी विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आयुर्वेदिक कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण और योग गुरु रामदेव के खिलाफ कारण बताओ अवमानना नोटिस जारी किया था।
लेकिन नोटिस का कोई भी जवाब नहीं दिया गया। वहीं अब इस अवमानना के नोटिस का जवाब न देने पर सुप्रीम कोर्ट ने रामदेव बाबा और प्रबंधक निदेशक (MD) को निजी तौर पर कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।
दरअसल इस विवाद का मुख्य कारण औषधीय इलाज के बारे में भ्रामक विज्ञापनों का प्रकाशन करना है, जिसके कारण सामाजिक माध्यमों और लोगों में उलझन फैलती है। वहीं इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सुनवाई में खासकर दोहरी चेतावनी दी थी और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण और योग गुरु रामदेव को अवमानना का नोटिस जारी किया था। जबकि कोर्ट के आदेश के बावजूद उन्होंने अवमानना का नोटिस का जवाब नहीं दिया था।
2 हफ्ते के अंदर कोर्ट के सामने पेश होना होगा:
वहीं अब जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना नोटिस का जवाब न देने पर आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव को सुनवाई के लिए पेश होने का आदेश दिया है। दरअसल उन्हें 2 हफ्ते के अंदर कोर्ट के सामने पेश होना होगा। जानकारी दे दें की 27 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने भ्रामक और झूठे दावों के बारे में पतंजलि आयुर्वेद के विज्ञापनों पर पूर्ण रोक लगा दिया था। इसके बावजूद कंपनी ने इस नोटिस का जवाब नहीं दिया, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।