भोपाल : मध्य प्रदेश में मानसून के साथ अलग अलग स्थानों पर एक्टिव मौसम प्रणालियां की सक्रियता के चलते अगस्त के पहले सप्ताह तक बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।मौसम विभाग ने 31 जुलाई से 2 अगस्त तक पूरे प्रदेश में मध्यम से भारी को लेकर ऑरेंज येलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार से लेकर शनिवार तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
आज इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग ने आज बुधवार को प्रदेश के 7 जिलों पन्ना, दमोह, कटनी, उमरिया, मंडला, बालाघाट और डिंडौरी अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।वही निवाड़ी, टीकमगढ़, हरदा, जबलपुर, बैतूल, नर्मदापुरम, छतरपुर, सतना, सिवनी, रीवा, सीधीं, सिंगरौली, मऊगंज, अनूपपुर और शहडोल जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।इसके अलावा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन समेत ज्यादातर जिलों में हल्की बारिश और आंधी के साथ गरज-चमक जैसे हालात बने रहेंगे।
2 अगस्त तक इन जिलों में भारी बारिश
एमपी मौसम विभाग ने 1 अगस्त को नर्मदापुरम, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, छतरपुर, सीधी, सतना, अनुपपुर, सहडोल, उमरिया, डिंडोरी और मैहर जिलों के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वको विदिशा, रायसेन, सतना, शहडोल,मंडला, पन्ना, छतरपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, टीकमगढ़ और मैहर जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।3 अगस्त को विदिशा, रायसेन,नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, सतना, सिहोर, गुना,अशोकनगर, शिवपुरी, कटनी, जबलपुर और निवाड़ी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
एक साथ कई मौसम प्रणालियां एक्टिव
- मानसून द्रोणिका औसत समुद्र तल तक फैली हुई है और जैसलमेर, जयपुर, ग्वालियर, सतना, जमशेदपुर से होकर पूर्व-दक्षिणपूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। हिमाचल प्रदेश और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। झारखंड और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल के ऊपर दक्षिण की ओर झुका हुआ चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
- पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। बांग्लादेश और आसपास के इलाकों में औसत समुद्र तल पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे सौराष्ट्र में दक्षिण की ओर झुकाव के साथ चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
- वहीं दक्षिण गुजरात से केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से बुधवार को जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर एवं ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में मौसम धीरे-धीरे साफ होने के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
मध्य प्रदेश में अबतक कोटे की 50 फीसदी बारिश हो चुकी है। 1 जून से अबतक प्रदेश में 470.02 प्रतिशत यानि औसत बारिश की 50 फीसदी हो चुकी है। अब तक प्रदेश में ओवरऑल 9 प्रतिशत बारिश ज्यादा , पूर्वी हिस्से में 9 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 16 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है। पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 10% ज्यादा पानी गिर चुका है,पूर्वी हिस्से- रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 4% ज्यादा बारिश हुई है।