सिंगरौली। सिंगरौली में निगम सभापति के पद पर भाजपा के देवेश पाण्डेय निर्वाचित हो गए हैं। पाण्डेय को 26 मत मिले हैं, जबकि कांग्रेस के शेखर सिंह को 19 वोट मिले हैं। और 1 वोट निरस्त हो गया। वहीं निर्वाचन व मतगणना उपरान्त निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर राजीव रंजन मीना ने जैसे ही परिणाम की घोषणा की उसके बाद महापौर सीट गंवा चुके भाजपाइयों को मानो संजीवनी मिल गई और खुशी से झूम उठे जबकि अति उत्साहित व आशान्वित कांग्रेस के खेमे में गम का माहौल छा गया।
बता दें की पूर्वान्ह 11 बजे से लेकर 2.30 बजे तक चले परिषद् अध्यक्ष के निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान दोनों पार्टी के समर्थक बीच बीच में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर निर्वाचन प्रक्रिया को बाधित करने का असफल प्रयास करते रहे पर पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में शांति व्यवस्था को बनाए रखा, और पुलिस टीम ने हल्का फुल्का बल का प्रयोग कर चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष रुप से सम्पन्न कराया।
अलग-अलग स्थानों पर अयोजित हुआ शपथ समारोह
नव निर्वाचित महापौर रानी अग्रवाल सहित कांग्रेस, आप, बसपा व निर्दलीय 22 पार्षदों का अटल सामुदायिक भवन बिलौजी में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई जबकि भाजपा के विजयी 23 पार्षदों का शपथ कलेक्ट्रेट भवन में हुआ। पहली बार पक्ष व विपक्ष के निर्वाचित पार्षदों का अलग-अलग स्थानों पर अयोजित शपथ समारोह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।
अलग-अलग शपथ समारोह का कांग्रेसियों ने किया विरोध, कलेक्टर को घेरा
जिला प्रशासन द्वारा भाजपा व विपक्षी दलों के पार्षदों का अलग अलग स्थानों पर कराए गए शपथ समारोह की जैसे ही जानकारी हुई उसके बाद कांग्रेसियो के साथ सभी विपक्षियों ने जिला प्रशासन को घेर लिया और आरोप सत्ता पक्ष के पार्षदों का कलेक्ट्रेट में हुए अलग शपथ समारोह का जमकर हंगामा किया और आरोप लगाया की जिला प्रशासन सत्तारूढ के एजेंट के रुप में काम कर रही है। बाद में डीएम राजीव रंजन मीना, एसपी बिरेंद्र कुमार सिंह ए डीएम, एस डीएम, ए एसपी आदि के समझाइश के बाद लामबंद विपक्षियों का गुस्सा शांत हुआ।