भाेपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लगातार जारी बारिश से बाढ़ के हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। दिन में 9 घंटे में 6 इंच बारिश दर्ज हो चुकी। पिछले 24 घंटों में यहां 10 इंच से ज्यादा पानी बरस चुका है। ऐसे में राजधानी की 100 से ज्यादा कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी है। कई इलाकों में लोगों के मकान पूरे डूब चुके हैं और राहत और बचाव के लिए वहां नाव भेजी गई हैं। गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के कोल्हुआकला गांव में फंसे लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है। यहां घरों में 5 फीट से ज्यादा पानी भर गया है। वहीं शहर के अन्य इलाकों में सैकड़ों परिवार जलभराव के चलते घरों में कैद हो गए हैं। अब चिंता जताई जा रही है कि बारिश अभी नहीं रुकी तो हालात और बद से बदत्तर हो सकते हैं।
चिकित्सा मंत्री नाव पर सवार होकर पहुंचे मदद को
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग सोमवार को नरेला विधानसभा के महामाई का बाग एवं ऐशबाग क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में जुटे नजर आए। सारंग ने राहत एवं बचाव टीम के साथ खुद पानी में उतरे और नाव पर सवार होकर जलभराव में फंसे लोगों को बाहर निकाले में मदद की। इस अवसर पर मंत्री सारंग ने कहा कि नरेला विधानसभा में बने ड्रेनेज सिस्टम के कारण 2008 एवं 2012 बाढ़ की स्थिति निर्मित नहीं हुई, परंतु लगातार 48 घंटे से हो रही बारिश के चलते नरेला विधानसभा के निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य में नाव के माध्यम से निचले स्थानों पर निवासरत नागरिकों को क्षेत्र के स्कूलों में बने राहत शिविरों में पहुंचाया गया। इन स्कूलों में नागरिकों के रहने एवं भोजन की समूचित व्यवस्था की गई है।
भारी वर्षा के कारण नरेला विधानसभा के महामाई का बाग एवं ऐशबाग क्षेत्र में जलभराव हो गया है। मंत्री सारंग भी यहां स्थितिति का जयाजा लेने पहुंचे। लगातार हो रही बारिश के कारण निचले क्षेत्र में 3 से 4 फीट पानी भरा है। मंत्री सारंग ने बचाव एवं राहत कार्य का मोर्चा खुद संभालते हुए पानी में उतरकर जलभराव में फंसे नागरिकों को नाव से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
अस्पताल पहुंचना भी दुभर, मंत्री ने नाव से पहुंचाया, स्कूल में खाने की व्यवस्था
महामाई का बाग क्षेत्र में एक लकवाग्रस्त मरीज की तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल ले जाना था। लेकिन जलभराव के चलते संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में जब मंत्र मौके पर पहुंचे तो मरीज को नाव के सहारे अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान उन्होंने निगम अधिकारियों को नरेला विधानसभा स्थित हबीबिया स्कूल में बने शिविर में सभी के रहने एवं भोजन की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।