नई दिल्ली : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों का जुलाई 2023 के लिए महंगाई भत्ता वृद्धि का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। दिवाली से पहले केन्द्र की मोदी सरकार कर्मचारियों पेंशनरों का डीए बढ़ा सकती है है। हालांकि पहले खबर आ रही थी कि बुधवार 11 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट में डीए वृद्धि के प्रस्ताव को रखा जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लेकिन अब संभावना है जताई जा रही है कि नवरात्रि से दशहरे से पहले मोदी सरकार डीए में 4% की वृद्धि कर सकती है, जिसके बाद डीए बढ़कर 46% हो जाएगा, हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
दरअसल, साल में 2 बार केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों का महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है, जो की AICPI Index के छमाही के आंकडों पर निर्भर करता है। अबतक आए आंकड़े के मुताबिक, कर्मचारियों के डीए में 4% का इजाफा होना लगभग तय माना जा रहा है। नई दरें जुलाई से लागू होंगी,ऐसे में कर्मचारियों और पेंशनरों को तीन महीने का एरियर का भुगतान भी होगा। इससे 47.58 लाख कर्मचारी और लगभग 69.76 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित होंगे।संभावना है कि अक्टूबर के आखिर हफ्ते में डीए के प्रस्ताव को मंजूरी देकर कर्मचारियों को अक्टूबर की सैलरी के साथ 46% डीए, एरियर और भत्तों का लाभ दिया जा सकता है, जो नवंबर में मिलेगी।
जल्द हो डीए की नई दरों का ऐलान
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कॉन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एम्प्लाइज एंड वर्कर्स ने इसी सप्ताह केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र भी लिखा था , जिसमें डीए की बढ़ी हुई दर की घोषणा जल्द करने की मांग की थी। वही अखिल भारतीय रक्षा कर्मचारी महासंघ (एआईडीईएफ) के महासचिव और राष्ट्रीय परिषद (जेसीएम) स्टाफ साइड के वरिष्ठ सदस्य सी. श्रीकुमार ने कहा कि सरकार को देरी नहीं करनी चाहिए। जब पहली जनवरी और पहली जुलाई से डीए बढ़ोतरी का नियम है तो इसमें कई माह की देरी क्यों हो रही है।दोनों का कहना है कि अगर यह राशि देने में तीन चार माह की देरी होती है तो सरकार हजारों करोड़ रुपये बचा लेती है, इसका पैसा कही और निवेश करती है।
जानिए किसकी कितनी बढ़ेगी सैलरी
- 4 फीसदी महंगाई भत्ते में वृद्धि के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में सालाना 8,000 रुपये से 27000 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
- किसी कर्मचारी का बेसिक-पे 18,000 रुपये है और उसे अभी 42 फीसदी की दर से 7,560 रुपये डीए सालाना मिलता है, जो 46% होने पर बढ़कर 86400 रुपये से हो जाएगा। अधिकतम बेसिक-पे 56,900 रुपये पर यह करीब 26,000 रुपये हो जाएगा।
- यदि कर्मचारी को प्रति माह 30,000 रुपये का वेतन मिलता है, तो उसे 42 फीसदी की दर से 12,600 रुपये डीए और 46 प्रतिशत होने पर 13,800 रुपये डीए मिलेगा, जिससे उसका मासिक वेतन 1200 रुपये बढ़ जाएगा।
- 38500 रुपए सैलरी वालों को 17000 से ज्यादा का लाभ होगा। वही भत्तों का भी लाभ मिलेगा।
- यदि किसी कर्मचारी की सैलरी 50 हजार रुपये प्रति माह है और उसका बेसिक पे 15000 रुपये है तो उन्हें 42% डीए के हिसाब से 6,300 रुपये मिलते हैं तो 46% होने पर 6,900 रुपये प्रति माह मिलेंगे, ऐसे में वेतन 600 रुपये प्रति माह बढ़ जाएंगे।(यह आंकड़े उदाहरण के तौर पर दर्शाए गए है, इसमें बदलाव भी हो सकता है, वही भत्तों के जोड़ने के बाद यह राशि बढ़ भी सकती है)
ऐसे होती है महंगाई भत्ते की गणना
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए इस आधार पर कैलकुलेट होता है- {पिछले 12 महीनों का औसत ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स ( बेस ईयर-2001=100-115.76/115.76}X100।सेंट्रल पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों के लिए फॉर्मूला इस तरह है- { 3 महीनों का ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का औसत ( बेस ईयर-2001=100-126.33/126.33}X100।