मध्य प्रदेश मौसम में बदलाव, 1 दर्जन से अधिक जिलों में लुढ़का तापमान, चलेगी ठंडी हवाएं, रातें हुई सर्द, बढ़ेगा कोहरा…

भोपाल : पूरे देश से मानसून की विदाई हो चुकी है। मौसम शुष्क बना हुआ है। कई जगह पर तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है।  मध्य प्रदेश में तापमान में विशेष परिवर्तन के आसार नहीं है। बुधवार को सबसे कम तापमान पचमढ़ी का 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में दो चक्रवाती तूफान हुए थे।

जिसके कारण नाम हवाएं मध्य प्रदेश पहुंच रही थी। इसके कारण तेज हवा का पूर्वानुमान जताया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों से आ रही ठंड हवा के कारण छिंदवाड़ा बालाघाट रायसेन राजगढ़ बैतूल मंडल में भी न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। एक दर्जन से अधिक जिलों में तापमान 14 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम बदलने के लिए कोई भी सक्रिय तंत्र नहीं है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान का असर भी समाप्त हो गया है। आगामी दिनों में प्रदेश में न्यूनतम तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जा सकता है।

हालांकि 3 दिन के बाद मौसम में एक बार फिर से परिवर्तन होगा। उत्तर की तरफ से आने वाली हवा के कारण पूरे प्रदेश में तापमान में गिरावट का दौर जारी रहने वाला है। रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। घना कोहरा छाने के आसार जताए गए हैं। राजधानी में सबसे ठंडी रात रिकॉर्ड की गई है। वातावरण में नमी रही रहने की वजह से शुष्क मौसम का अनुभव हो रहा है। आगामी दिनों में इसमें और अधिक गिरावट की संभावना जताई गई है। सुबह और शाम कोहरा नजर आ रहा है।

प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान की बात करें तो भोपाल में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि ग्वालियर इंदौर जबलपुर में भी तापमान 16 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया गया है। सबसे अधिक तापमान धार जिले में 33 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। भोपाल में 32 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। फिलहाल भोपाल इंदौर जबलपुर ग्वालियर सहित अन्य क्षेत्रों में बारिश की संभावना से इनकार किया गया है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता सहित बंगाल की खाड़ी में नए चक्रवात बनने के बाद एक बार फिर से मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद जताई गई है।

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