भोपाल : मध्यप्रदेश में फिर से मौसम का मिजाज बदल सकता है। प्रदेश में हवा का रुख उत्तरी हो गया है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्द हवाओं का असर तेज होने वाला है। जिससे तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जारी है। तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है इसी बीच 6 शहरों में रात के तापमान 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किए गए हैं हालांकि 24 घंटे में प्रदेश का मौसम शुष्क रहने के आसार जताए गए हैं। मध्य प्रदेश मौसम विभाग की माने तो न्यूनतम तापमान में कमी देखी जा रही है। भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर संभाग के जिले में तापमान अत्यधिक तीव्रता से गिर रहे हैं। अगले 24 घंटे के दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा। 12 फरवरी के बाद तापमान में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी मध्य प्रदेश के तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। पूर्वी मध्य प्रदेश के तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं हो रहा है। प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी को रिकॉर्ड किया गया है। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा रायसेन, राजगढ़, उज्जैन, रीवा, उमरिया और रतलाम में भी न्यूनतम तापमान में कमी देखी गई है।
कोई मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो फरवरी में दिन और रात का तापमान बढ़ने लगेगा ।हालांकि सर्दी भी रिकॉर्ड की जाएगी। सर्दी अब अपनी आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुकी है।धीरे-धीरे हवा उत्तर पश्चिम होगा। जिसके कारण तापमान में चार से पांच डिग्री की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
मध्यप्रदेश की तरफ से तेजी से बढ़ रहे बादल
मौसम प्रणाली के कारण अटलांटिक महासागर में उठे काले बादल भूमध्य सागर के बादलों से मिलकर ताकतवर बन रहे हैं इसके साथ ही इसके कैस्पियन सागर के संपर्क में आने से इसके हवा बर्फीली हो गई है। ऐसे में मध्यप्रदेश की तरफ से यह बादल तेजी से बढ़ रहे। हालांकि हिमालय पर्वत इन बादलों के पहुंचने के साथ ही 10 फरवरी से इसके दिल्ली में मौसम के बदलाव के कारण बनने की संभावना जताई गई है।
10 से 12 फरवरी तक दिल्ली में के आसमान में काले बादल छाए रहेंगे। जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में बर्फबारी और बारिश देखने को मिल सकती है। इसके अलावा पंजाब में भी काले बादलों के प्रवेश के कारण हवाएं चलेंगी। साथ ही कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी भी रिकॉर्ड की जा सकती है। 24 घंटे में मध्यप्रदेश में बादलों का आवागमन जारी रहेगा।
तेज गर्मी 15 मार्च के बाद शुरू होगी
हालांकि 15 फरवरी के आसपास तापमान में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। दिन में धूप देखी जाएगी। वही मार्च के आखिरी सप्ताह तक लू चलने के भी आसार बनते नजर आ रहे। तेज गर्मी 15 मार्च के बाद शुरू होगी और 10 जून तक इस का सिलसिला जारी रहेगा हालांकि प्री मानसून की गतिविधि शुरू होते ही गर्मी पर रोक लगेगी।