छिंदवाड़ा : जाते-जाते अपना काम कर गए पंडित धीरेंद्र शास्त्री, जानिए ऐसा क्या कहा, जो सियासी गलियारों में बटोर रहा सुर्खियां…

छिंदवाड़ा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा छिंदवाड़ा में समाप्त हो गई है, लेकिन समापन के दिन उनके द्वारा लंका जलाने को लेकर दिए गए प्रवचन की एक क्लिप छिंदवाड़ा की सोशल मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोर रही है। दरअसल इस कथा के दौरान पूर्व सीएम भी समापन कार्यक्रम में मौजूद थे। वहीं, पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित फिल्म आदि पुरुष के डायलॉग की तरह लंका दहन की कथा सुनाते हुए, जो बात कही वो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है।

तेल रावण का, कपड़ा रावण का…प्रचार श्री राम जी का

पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी कथा में लंका दहन से जुड़ा एक प्रसंग सुना रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, लंका में हनुमान जी ने अपनी कंपनी का ऐसा प्रचार ठोका कि तेल रावण का, बाती रावण की, कपड़े भी रावण के, लंका भी रावण की, लेकिन एडवर्टाइजमेंट राम जी का…क्या बढ़िया माइन्ड है। सब कुछ रावण का और जलाई हनुमान जी ने, तो प्रचार किसका हुआ राम जी का…

रह-तरह के निकल रहे मायने, जमकर वायरल हो रही क्लिप

छिंदवाड़ा की सोशल मीडिया पर यह क्लिप जमकर वायरल की जा रही है। दरअसल इसको लेकर तरह तरह के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का यह कहना है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने हिंदू राष्ट्र के प्रचार को लेकर इस तरह का वक्तव्य दिया है।

समापन कार्यक्रम में शामिल हुए थे मुस्लिम और सिख धर्म के लोग

दरअसल कथा समापन के दौरान आयोजक समिति के द्वारा यहां पर मुस्लिम और सिख धर्म के लोगों को भी बुलाया गया था, जिनके द्वारा आरती में सम्मिलित होकर यहां सर्व धर्म सद्भाव का संदेश देने का प्रयास किया गया। शायद इसी को लेकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा में यह यह कहने का प्रयास किया कि आप चाहे कुछ भी कर लो मुझे हिंदू राष्ट्र का प्रचार करना है, जो मैंने कर दिया।

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