भोपाल। मध्यप्रदेश में हॉक फोर्स के जवानों का भत्ता 12 हजार 500 से 35 हजार तक बढ़ाया जा रहा है और नक्सली इलाकों में लगे इंटेलिजेंस के कर्मचारियों का भत्ता 19 हजार से 38 हजार किया जा रहा है, विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके साथ ही पुलिस के 31 जवानों और अधिकारियों को प्रमोशन के साथ पुरस्कृत किया जाएगा, जिन्होंने मुठभेड़ में इनामी नक्सली नागेश उर्फ राजू को मार गिराया था। जवानों को आज बालाघाट में सीएम शिवराज पुरस्कृत करने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बालाघाट में मुखबिर द्वारा 20 जून को थाना बहेला क्षेत्रांतर्गत ग्राम खराड़ी की पहाडियों के जंगल क्षेत्र में वर्दीधारी नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना प्राप्त हुई। मुखबिर की सूचना पर नक्सलियों की धरपकड़, घेराबंदी करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल विरोधी अभियान द्वारा स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप हॉकफोर्स को खराड़ी जंगल की तरफ सुबह पांच बजे रवाना किया गया। टीम ने जंगल क्षेत्र में घेराबंदी की। नक्सलियों ने घेराबंदी भांपकर पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिस पर पुलिस बल द्वारा नक्सलियों को घेर लिए जाने और आत्मसमर्पण की चेतावनी दी गई। जिसके बाद दोनों तर करीब 45 मिनिट फायरिंग हुई, फायरिंग रुकने के कुछ देर बाद पुलिस बल द्वारा घटना स्थल का तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें दो पुरुष नक्सली एवं एक महिला नक्सली के शव बरामद हुए। वर्दीधारी पुरुष नक्सली की पहचान जीआरबी डिवीजन के डीवीसीएम (डिवीजन कमेटी मेम्बर) एवं कमांडर नागेश उर्फ राजू तुलावी उम्र लगभग 40 वर्ष निवासी बोटेझरी थाना ग्येराहपत्ती जिला गढ़चिरौली, महाराष्ट्र के रूप में हुई। नागेश पर मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ द्वारा संयुक्त रूप से 29 लाख का इनाम घोषित था। वहीं, अन्य दोनों नक्सलियों की पहचान मनोज उम्र लगभग 25 वर्ष, निवासी पश्चिम बस्तर छत्तीसगढ़ तथा महिला नक्सली रामे उम्र लगभग 23 वर्ष निवासी कोरसागुडेम, जगरगुण्डा, जिला सुकमा छत्तीसगढ़ के रूप में हुई। दोनों नक्सली जीआरवी डिवीजन के टांडा एरिया कमेटी मेम्बर थे। इन दोनों नक्सलियों पर मध्यप्रदेश शासन, महाराष्ट्र शासन तथा छत्तीसगढ शासन द्वारा संयुक्त रूप से 14-14 लाख का इनाम घोषित था।
गौरतलब है कि करीबन एक महीने पहले ही केबिनेट में सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी जिसमें अब बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में नक्सल प्रभावित इलाकों में काम कर रही हॉक फोर्स और इंटेलीजेंस को विशेष भत्ता मिलेगा। हर साल इसमें एक हजार रुपए से लेकर दो हजार तक की बढ़ोतरी भी की जाएगी। कैबिनेट ने मंगलवार को इसकी मंजूरी दे दी। इसका लाभ एक हजार से अधिक फोर्स को व 33 शासकीय सेवकों को मिलेगा। इनमें आरक्षक से लेकर सेनानी और निरीक्षक शामिल हैं। नक्सल क्षेत्रों में करने वाली पुलिस को नक्सलाइट ऑपरेशन रिस्क अलाउंस अभी मिल रहा है। इससे सरकार पर करीब 24 से 25 करोड़ रुपए का भार आएगा। अब इंटेलीजेंस टीम के आरक्षक को 19000 रु. नक्सल विरोधी भत्ता मिलेगा, हर साल 1000 रु., प्रधान आरक्षक को 25000 रु. भत्ता, हर साल 1250 रु., एसआई को 34 हजार भत्ता, 1500 रु. हर साल लाभ होगा।