भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भोपाल के सबसे बड़े एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया। गायत्री मंदिर से गणेश मंदिर तक निर्मित इस फ्लाईओवर का नाम अब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा। उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जीजी फ्लाईओवर अब “डॉ. भीमराव अंबेडकर ब्रिज” के नाम से जाना जाएगा।
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की जयंती “पराक्रम दिवस” के भोपाल के 7 नंबर चौराहा स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितेंद्र शर्मा सहित कई जनप्रतिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान ‘बाबा साहब के नाम पर होगा फ्लाईओवर का नामकरण’
डॉ. मोहन यादव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन 154 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भोपाल के सबसे बड़े फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “राजधानी के सबसे बड़े इस फ्लाईओवर से न सिर्फ नागरिकों के लिए आवागमन सुगम होगा, अपितु समय की भी बहुत बचत होगी। प्रदेशभर में हो रहे अधोसंरचना विस्तार से निश्चित ही विकसित मध्यप्रदेश के संकल्प की सिद्धि के प्रयासों को नव गति मिलेगी। प्रदेश का हर क्षेत्र विकसित हो, नागरिकों का जीवन सरल और सुखद हो, यही हमारा संकल्प है। यह दिन नेताजी के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है। उनके आदर्शों और डॉ. अंबेडकर के नाम से इस ब्रिज का जुड़ना, दोनों ही प्रेरणा के प्रतीक हैं”। इस अवसर पर सीएम ने घोषणा की है कि ये फ्लाईओवर अब बाबा साहब अंबेडकर के नाम से जाना जाएगा। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सबसे पहले इस ब्रिज से गुजरा।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान ‘बाबा साहब के नाम पर होगा फ्लाईओवर का नामकरण’
डॉ. मोहन यादव ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन 154 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भोपाल के सबसे बड़े फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “राजधानी के सबसे बड़े इस फ्लाईओवर से न सिर्फ नागरिकों के लिए आवागमन सुगम होगा, अपितु समय की भी बहुत बचत होगी। प्रदेशभर में हो रहे अधोसंरचना विस्तार से निश्चित ही विकसित मध्यप्रदेश के संकल्प की सिद्धि के प्रयासों को नव गति मिलेगी। प्रदेश का हर क्षेत्र विकसित हो, नागरिकों का जीवन सरल और सुखद हो, यही हमारा संकल्प है। यह दिन नेताजी के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है। उनके आदर्शों और डॉ. अंबेडकर के नाम से इस ब्रिज का जुड़ना, दोनों ही प्रेरणा के प्रतीक हैं”। इस अवसर पर सीएम ने घोषणा की है कि ये फ्लाईओवर अब बाबा साहब अंबेडकर के नाम से जाना जाएगा। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सबसे पहले इस ब्रिज से गुजरा।