सीएम डॉ. मोहन यादव ने 89,710 मेधावी स्टूडेंट्स को दी लैपटॉप की राशि, कहा ‘मेधावी होने के साथ देशभक्ति की भावना भी जरूरी’

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज प्रदेश के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप की राशि दी। भोपाल के प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 89,710 मेधावी विद्यार्थियों के बैंक खाते में कुल 224 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित की। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह, खेल एवं युवा कल्याण तथा सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार और नवाचार कर रही है। विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और डिजिटल युग में उन्हें सक्षम बनाने के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। बता दें कि इससे पहले 5 फरवरी को आयोजित एक कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों के 7,900 मेधावी विद्यार्थियों को नि:शुल्क ई-स्कूटी प्रदान की गई थी।

मुख्यमंत्री ने स्टूडेंट्स के खाते में लैपटॉप राशि अंतरित की

आज सीएम डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा वर्ष 2023-24 में कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 89,710 विद्यार्थियों को 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की। ये राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई है ताकि वे लैपटॉप खरीद सकें जो उनकी शिक्षा में मददगार साबित होगा। स्कूल शिक्षा विभाग की ये योजना विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की इस पहल से विद्यार्थियों को न सिर्फ ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा होगी, बल्कि वे अपने अध्ययन को आधुनिक संसाधनों के माध्यम से और अधिक प्रभावी भी बना सकेंगे।

विद्यार्थियों को दी उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं, कहा ‘देशभक्ति की भावना जरूरी’

आज आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उपस्थित छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। उन्होंने स्टूडेंट्स से बात की और उनके भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा। अपने उद्बोधन ने मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए जिस प्रकार माता-पिता हरसंभव कोशिश करते हैं, उसी प्रकार मध्यप्रदेश सरकार भी समाज के हर वर्ग के बच्चे को आगे बढ़ाने और उसकी सहायता करने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि हम अपनी गौरवशाली विरासत के बलबूते पर भविष्य की मजबूत पौध तैयार कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि ‘हमारे यहां गुरुकुल परंपरा रही है जहां कोई जाति या वर्गभेद नहीं था। आज हमने लैपटॉप की राशि वितरित की है और बच्चे इसके माध्यम से नई तकनीक से जुड़ेंगे। आज आधुनिक तकनीक की दुनिया में हमें आगे बढ़ने के लिए इससे जुड़ने की आवश्यकता है। नई तकनीक के माध्यम से हम देश को विकास के पथ पर आगे ले जा सकते हैं।’ मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि मेधावी होने के साथ देशभक्त होना भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि बुद्धि और मेधा के साथ देश के स्वाभिमान की रक्षा करना, देशभक्ति की भावना होना बहुत जरूरी है। उन्होंने चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस सहित कई उदाहरण देते हुए कहा कि देश को स्वयं से पहले रखने की भावना हमारे देश को महान बनाती है।

श्लोक में संशोधन के माध्यम से दी सीख

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए कहे गए एक श्लोक  ‘काक चेष्टा बको ध्यानम्, श्वान निद्रा तथैव च अल्पाहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम्’ में संशोधन की बात कही। उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों के साथ इस स्थान पर नेता, अधिकारी, गृहस्थ सभी सम्मिलित होना चाहिए। हम सब अपने अपने क्षेत्र में इस तरह की चेष्टा करते रहें, ये आवश्यक है। विद्यार्थियों के साथ अन्य सभी को जीवनभर इस तरह के प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये श्लोक हमें पशु-पक्षियों और प्रकृति से सीखने और अपने समय का सदुपयोग करने की प्रेरणा देता है और हम सभी को इस बात का पूरी तरह ध्यान रखना चाहिए।

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