भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज इंग्लैंड और जर्मनी का टूर ख़त्म कर लौट आये, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश दूध उत्पादन के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है यहाँ हम दूध उत्पादन पर भी सुविधाएँ दूध उत्पादकों को दे रहे हैं इस सेक्टर पर भी हमारी बात हुई है। उन्होंने मीडिया के सामने वो तीन तरीके भी बताये जिसके आधार पर निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया गया है।
सीएम डॉ मोहन यादव के ख़ुशी जताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में दूध उत्पाद जैस चीज, मक्खन आदि के लिए पोलैंड की कंपनी पीपीएच तेमर ने इसमें रुचि दिखाई है वो जल्दी है मध्य प्रदेश में निवेश करने आएगी उनसे दो चक्र की बात हो गई है और लगभग वे तैयार हैं।
सिर्फ भारी उद्योग की नहीं सभी सेक्टर में निवेश के प्रस्ताव
इसके अलावा आईटी सेक्टर, इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी कई कम्पनियों ने रुचि दिखाई है, इनसे राउंड टेबल चर्चा हुई है और वे मध्य प्रदेश में निवेश के लिए तैयार हैं, उन्होंने कहा कि माइनिंग, ऊर्जा, सेमी कंडक्टर हेल्थ, मेटल से जुड़े सेक्टर में हमें अच्छा रिस्पोंस मिला है इसमें हमें कई हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव हमें मिल गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, हम जब उद्योग की बात करते हैं तब केवल भारी उद्योग की बात नहीं कर रहे इसमें लघु उद्योग, कुटीर उद्योग सहित अन्य कई ऐसे उद्योग धंधों की बात कर रहे हैं जहाँ से रोजगार का सृजन किया जा सकता है।
इन्वेस्टर्स को दिए ये तीन तरह के ऑफर
मुख्यमंत्री ने कहा हमने निवेश के लिए तीन तरह के ऑफर निवेशकों को दिए हैं, हमने कहा कि ऐसे निवेशक जो मध्य प्रदेश में निवेश कर व्यापार व्यवसाय बढ़ाना चाहते हैं और रोजगार देना चाहते हैं हमने इनको भी आमंत्रित किया है, इसके अलावा ऐसे निवेशक जो शुरुआत तो कर सकते हैं लेकिन आगे के लिए वे आर्थिक रूप से क्षमता नहीं रखते वे भारतीय उद्योगपतियों के साथ जुड़कर काम कर सकते हैं और तीसरे प्रकार का ऐसा ऑफर दिया है कि यदि आपके पास ना जॉइंट वेंचर में काम करने की क्षमता है और ना आपके पास अन्य कोई क्षमता है तो वे अपनी टेक्नॉलोजी से हमरे निवेशकों से हाथ मिला सकते है।