भोपाल : मध्य प्रदेश के जबलपुर में 890 टन यूरिया गायब होने के मामले में सीएम शिवराज के सख्त तेवर देखने को मिले। मुख्यमंत्री शिवराज ने सीएम हाउस से वीसी के माध्यम से अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव, किसान कल्याण, प्रमुख सचिव सहकारिता, जबलपुर कमिश्नर, कलेक्टर, आईजी, एसपी समेत कई बड़े अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के दौरान सीएम शिवराज ने आदेश देते हुए कहा कि गड़बड़ी में जो दोषी है उनको किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं है। और जो बचे हैं उनको जल्दी पकड़ें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाई करें कि ऐसा काम करने की कोई आगे हिम्मत न कर पाए। इसी कड़ी में कल के निर्देश के पालन को लेकर सीएम ने कलेक्टर और कमिश्नर से सवाल किए।
जिसके बाद कमिश्नर ने बताया कि तीन लोग द्वारिका गुप्ता, जयप्रकाश सिंह, राजेंद्र चौधरी पर एफआईआर दर्ज हुई है। जयप्रकाश को भोपाल से गिरफ्तार के लिया गया है। और अभी उसके साथ पूछताछ की जा रही है। छापेमारी में अभी दो गोडाउन में 129 मीट्रिक टन खाद मिला है।
दरअसल यूरिया पिछले महीने जबलपुर पहुंचा था। और यहां से एक टन यूरिया सिवनी, मंडला, डिंडोरी और दमोह की सहकारी समितियों में जाना था। लेकिन उससे ही पहले ही यूरिया गायब हो गया। जो एक निजी वेयरहाउस में मिला। जानकारी के अनुसार गायब हुए 890 टन यूरिया की कीमत तीन करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है।
बता दें कि 1 हजार 852 मेट्रिक टन यूरिया मंडला, डिंडोरी, सिवनी और दमोह भेजा जाना था, लेकिन तय की गई मात्रा के बदले महज 10 से 25 प्रतिशत की यूरिया इस जिलों में पहुंचा था। और कृषि विभाग के अधिकारी इस मामले पर जांच की बात की थी।