भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम राइज स्कूलों के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरन एक सवाल पूछा था जो जब चर्चा का भी विषय बन चुका है। सीएम शिवराज ने बच्चों से पूछा कि आपमें से कौन-कौन मुख्यमंत्री बनना चाहता है। लेकिन इस दौरान मंच पर बैठे स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने अपने हाथ उठा दिए। जिसके बाद सियासी गलियारों में इस दृश्य को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
दरअसल शिवराज सिंह चौहान स्कूली बच्चों को मेहनत और लगन से पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि जब मामा मुख्यमंत्री बन सकता है तो भांजे-भांजियां भी बन सकते हैं। सीएम ने कहा कि बच्चों आप बताओ कौन-कौन मुख्यमंत्री बनना चाहता है। इस दौरान अधिकांश बच्चों ने अपने हाथ उठाए थे।
लेकिन इसी दौरान सबसे दिलचस्प घटना यह हुई कि मुख्यमंत्री बनने की बात सुनकर मंच पर बैठे स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट की आंखें चमक गई। प्रश्न छात्रों से किया गया बावजूद वे स्वयं को रोक नहीं सके। दोनों ने तत्काल अपने हाथ ऊंचे कर दिए।
इसी तरह मुख्यमंत्री ने पूछा साइंटिस्ट कौन-कौन बनना चाहता है, तो फिर कुछ बच्चों ने हाथ उठाए, लॉ कॉलेज में कौन पढ़ना चाहता है तो कई हाथ उठे। लेकिन जब मुख्यमंत्री बनने का सवाल पूछा तो बच्चों से पहले मंच पर बैठे मंत्रियों ने हाथ उठाकर अपनी दावेदारी पेश कर दी।
बता दें कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बच्चों के बीच मोटिवेशनल स्पीकर के अंदाज में दिखे। वह घूम घूम कर भाषण दे रहे थे। सीएम ने इस दौरान कहा कि ईश्वर ने हमें असीम शक्तियां और सामर्थ्य दिया है। हम सदैव आशावान रहें और कड़े परिश्रम से जीवन में नई ऊंचाई हासिल करें। वह अन्य प्रोफेशन के लेकर भी सवाल पूछते दिखे। उन्होंने कहा अच्छा बताओ डॉक्टर कौन-कौन बनना चाहता है तो कुछ बच्चों ने हाथ उठाए। बच्चों से फिर पूछा इंजीनियर कौन-कौन बनना चाहता है तो अन्य बच्चों ने हाथ उठाए।