छतरपुर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छतरपुर जिले के महाराजपुर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश के पूर्व गृह राज्यमंत्री रामदयाल अहिरवार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साथ ही, शोकाकुल परिवार से मिलकर उनका दुःख बाटां। वहीं, सीएम के साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा भी वहां पहुंचे थे, जिन्होंने पार्थिव देह के अंतिम दर्शन कर उन्हें पुष्प अर्पित किए। बता दें कि स्वर्गीय रामदयाल अहिरवार 6 बार विधायक चुने गए थे। बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से वह बीमार चल रहे थे और आखिकार उन्होंने रविवार को अंतिम सांस लेते हुए दुनिया को अलविदा कह दिया।
वह संघ के स्वयंसेवक थे- सीएम शिवराज
मौत की दुःखद खबर मिलते ही मुख्यमंत्री आज महाराजपुर पहुंचे और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सीएम ने कहा कि स्वर्गीय रामदयाल अहिरवार जी लोकप्रिय नेता और समर्पित जनसेवक थे। वह भारतीय जनता पार्टी के ऐसे कार्यकर्ता थे, जिन्होंने बचपन से पार्टी के काम को विस्तार देने के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया था। वह संघ के स्वयंसेवक व समाजसेवी थे। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किये। वह 6 बार विधायक रहे, उनके बारे में कहा जाता था कि वह परमानेंट विधायक हैं। बता दें कि पूर्व मंत्री रामदयाल अहिरवार का अंतिम संस्कार सोमवार को उनकी जन्मस्थली महाराजपुर में किया जाएगा। उनके निधन पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कही ये बात
वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि छतरपुर समेत बुंदेलखंड में भाजपा को मजबूत करने वाले श्रद्धेय रामदयाल अहिरवार जी का निधन मप्र के लिए अपूर्णीय क्षति है। भाजपा परिवार की ओर से उनके श्रीचरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों व समर्थकों को ये दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
5 बार विधायक, 2 बार रहे राज्यमंत्री
छतरपुर जिले के रहने वाले रामदयाल अहिरवार की गिनती भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में होती थी। वो 1977-80 तक जनता पार्टी, भाजपा से 1990-1993-1998-2003 में महाराजपुर से विधायक रहे। इसके बाद साल 2008-2013 तक चंदला से विधायक रहे और फिर 2014-2019 तक नगरपालिका महाराजपुर के चेयरमैन रहे। रामदयाल अहिरवार दो बार मध्यप्रदेश सरकार में राज्यमंत्री गृह, परिवहन एवं जल संसाधन मंत्री भी रहे हैं। अपने सहज और सरल स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले रामदयाल की छवि प्रदेश के परमानेंट विधायक के रूप में थी।