भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बाढ़ के हालातों पर कहा कि वही चंबल मुरैना में बाढ़ के हालातों का वह लगातार जायजा ले रहे है, इसके साथ ही लगातार रेस्क्यू आपरेशन चलाए जा रहे है, सीएम शिवराज ने कहा कि उम्मीद है कि इन दोनों नदियों में बाढ़ के चलते बढ़े जलस्तर में आज से कमी आना शुरू हो जाएगी, वही इन जगहों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगाई गई है, जो लगातार लोगों की मदद कर रही है इसके साथ ही बाढ़ में फंसे लोगों को भोजन और सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है वही मुख्यमंत्री ने बाढ़ से हुए लोगों के नुकसान की भरपाई भी सर्वे के बाद पूरी की जाने की बात कही है।
गौरतलब है कि मंदसौर में गांधी सागर और कोटा बैराज से लगातार 2.50-2.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से चंबल में बाढ़ है। चंबल में आई बाढ़ से मुरैना के सबलगढ़, जौरा, अंबाह-पोरसा क्षेत्र के 30 से अधिक गांवों में घुस गया। इन गांवों में रहने वाले 500 परिवारों को रेस्क्यू कर राहत कैंपों में भेजा गया। वहीं, जौरा में वेदपुरा गांव में बाढ़ आ गई। भिंड जिले में भी चंबल रौद्र रूप दिखाने लगी है। यहां 20 से ज्यादा गांव के रास्ते बंद हो गए हैं। वही श्योपुर में भी 40 गांव पार्वती और चंबल नदियों की बाढ़ की जद में आ गए। यहां से 5 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने चंबल और पार्वती नदी की बाढ़ से घिरे छह गांवों का दौरा कर वहां फंसे लोगों तक भोजन और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।