भोपाल : मध्य प्रदेश में चुनावी साल होने के लिहाज से 2023 बहुत ही अहम है। प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस तैयार हैं और जनता के बीचे अपनी अपनी उपलब्धियों को लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। कांग्रेस जहां सत्तापक्ष की विफलताएं गिना रही हैं, वहीं बीजेपी अपनी योजनाओं, वादों और दावों के साथ विपक्ष पर हमलावर है। इस दौरान कोई भी एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहा है।

रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सवाल उठाए हैं। उन्होने अधिवेशन में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें लगाने पर पार्टी को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होने कहा कि ‘मुझे आश्चर्य हुआ कि कांग्रेस ने अपनी राष्ट्रीय अधिवेशन में जो विज्ञापन दिए उनमें महात्मा गांधी जी का फोटो लगाया जिन्होंने कहा था कि आजादी के बाद कांग्रेस भंग कर दो कांग्रेस को लोक सेवक संघ बना देना चाहिए। वो पक्ष में ही नहीं थे कि कांग्रेस रहे। उन्होंने फोटो लगाया डॉक्टर बीआर अंबेडकर जी का (भारत रत्न) जिन्हें कांग्रेस ने चुनाव में हराने का पाप किया यह सारा देश जानता है। उन्होंने नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी का फोटो लगाया जिन्होंने कांग्रेस ही छोड़ दी थी। फॉर्मल्ड ब्लॉक बनाई फिर बाद में आजाद हिंद फ़ौज बनाई उन्होंने सरदार बल्लभ भाई पटेल जी का फोटो लगाया जिन्हें सदैव अपमानित करना का काम कांग्रेस ने किया और पीवी नरसिम्हा राव जी का तो ढंग से अंतिम संस्कार भी नहीं होने दिया। उनका फोटो लगाया जिनका कांग्रेस ने कभी सम्मान नहीं किया केवल राजनैतिक लाभ के लिए उनका फोटो लगाने का उन्हें कोई हक नहीं है कोई अधिकार नहीं है।’