भोपाल : मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए यह सुनहरा समय चल रहा है। दरअसल प्रदेश में हजारों पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जा चुकी है। वही कुल 1 लाख से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। एमपीपीएससी और मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा पदों पर भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर से बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि बैकलॉग के सभी पदों को भरा जाएगा।
1 लाख 14 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में 1 लाख 14 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। बैकलॉग में रिक्त पदों पर तेजी से भर्ती की जा रही है। जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि विभाग में तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पद की नियुक्ति के लिए वित्तीय वर्ष 2022 में 160 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है।
समूह 5 के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र का भी वितरण
वहीं शेष रिक्त पदों पर नियुक्ति 2023-24 में की जाएगी। वर्तमान में 19 बैकलॉग पदों में से बैगा, भारिया, सहरिया और अनुसूचित जनजाति के सीधे आवेदन के आधार पर एक पद पर स्टाफ नर्स की सीधी नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 5 के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र का भी वितरण किया।जानकारी देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि 120 अन्य पदों पर कर्मचारी चयन मंडल द्वारा परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें परिणाम आने पर जल्द उनकी नियुक्ति की जाएगी। बैकलॉग के कोई भी पद रिक्त नहीं रहेंगे।
जानें कर्मचारियों के आंकड़े
इससे पहले प्रदेश सरकार द्वारा दो दशकों में महज अति आवश्यक पदों पर ही भर्ती प्रक्रिया की गई थी। जिसके कारण अधिकांश विभागों में कर्मचारी का संकट खड़ा हो गया है। वही जरूरी कामों के लिए भी सरकार को ठेके पर कर्मचारियों की नियुक्ति करनी पड़ रही है। वही एकत्रित आंकड़े की बात करें तो कुल नियमित 587600 के कर्मचारियों में से 18 से 21 वर्ष के कर्मचारियों की संख्या लगभग 1560 है। ऐसे में प्रदेश में सरकारी कामकाज के कमान भी वृद्ध कर्मचारियों के हाथ में पहुंच गया है।
56 साल से अधिक उम्र वाले कर्मचारियों की संख्या एक लाख से अधिक
एक अनुमानित आंकड़े के मुताबिक राज्य सरकार के स्थानीय निकाय में जहां कभी सवा लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। बीते 5 सालों में लगभग 1,20,000 की कमी आ चुकी है। जिसकी वजह से इस विभाग के कर्मचारियों की संख्या लगभग 5557 रह गई है। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा अनुकंपा नियुक्ति पर भी पूरी तरह से रुचि नहीं ली जा रही है। 15 हजार से अधिक मामले सालों से लंबित है जबकि 56 साल से अधिक उम्र वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग एक लाख से अधिक पहुंच गई है।
महिला कर्मचारियों का प्रतिशत 27.00 % है
मुझे प्रदेश में कुल शासकीय कर्मचारियों की संख्या में महिला कर्मचारियों का प्रतिशत 27.00 % है। वही सर्वाधिक महिलाओं का प्रतिशत द्वितीय श्रेणी के कर्मचारी श्रेणी में है जबकि चतुर्थ श्रेणी में सबसे कम महिला 19.6% कार्यरत हैं।
स्कूल शिक्षा में 2,14,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत
नियमित कर्मचारियों की बात की जाए तो स्कूल शिक्षा में 2,14,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है जबकि गृह विभाग में 95,000, आदिम जाति में 47,000, स्वास्थ्य विभाग में 26,000, राजस्व विभाग में 19000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। सबसे अधिक कर्मचारी भोपाल में 21086 हैं। वही सबसे कम कर्मचारियों की संख्या निवाड़ी जिले में है।
भर्ती के लिए लगातार परीक्षा नोटिफिकेशन जारी
विभागों में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए अब एक बार फिर से पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। अगस्त 2022 से 100000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं जल्दी शिक्षक, पुलिस सहित तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के पदों को भरे जाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके अलावा एमपीपीएससी और मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भी भर्ती के लिए लगातार परीक्षा नोटिफिकेशन जारी किया जा रहा है।