पटना : बिहार में सियासी तूफान अभी थमता नहीं दिख रहा है। अब कैबिनेट विस्तार को लेकर पार्टियों में आंतरिक घमासान शुरू होने की आशंका है। खबर है कि अब कांग्रेस के कई विधायकों का ध्यान राज्य में कैबिनेट में जगह पर है। इतना ही नहीं इस संबंध में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भी लिखे जा रहे हैं। इधर, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी दिल्ली पहुंचे हैं। वह शुक्रवार को सोनिया से मुलाकात करने जा रहे हैं।
खगड़िया सदर से कांग्रेस विधायक छत्रपति यादव ने कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि कैबिनेट में मंत्री पद के लिए उनके नाम पर विचार किया जाना चाहिए। खास बात है कि उन्होंने अपनी जाति का जिक्र किया है। फिलहाल, राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर स्थिति साफ नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया, ‘मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखकर औपचारिक रूप से अनुरोध किया है कि मेरे नाम पर विचार किया जाए, क्योंकि कैबिनेट में मेरे शामिल होने से ओबीसी और खासतौर से यादवों को काफी मजबूत संदेश जाएगा। मैं बिहार में पार्टी का एकमात्र यादव विधायक हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता राजेंद्र प्रसाद यादव ने तीन मुख्यमंत्रियों बिंदेश्वरी दुबे, भागवत झा आजाद और जगन्नाथ मिश्रा की अगुवाई में काम किया है।’ राज्य के वाम दलों ने सरकार को बाहर से समर्थन देने का ऐलान किया है। वाम दलों के पास कुल 16 विधायक हैं। इसके अलावा महागठबंधन में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी शामिल है।
इधर, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा, ‘नाम और संख्या आलाकमान की तरफ से तय किए जाएंगे। हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बात का इंतजार कर रहे हैं।’ फिलहाल, बिहार कैबिनेट में सीएम कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव हैं।
कांग्रेस में इन नामों को मिल सकता है मौका
खबरें आ रही हैं कि कांग्रेस को बिहार कैबिनेट में 4 पद दिए जाने की संभावना है। इस दौरान झा, विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, विजय शंकर दुबे, शकील अहमद और राजेश राम के नाम आगे माना जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को कांग्रेस प्रमुख और राजद नेता के बीच कैबिनेट विस्तार को लेकर भी चर्चा हो सकती है।